गुर्जरों को नौकरियों में पांच प्रतिशत आरक्षण दिए जाने के लिए राजस्थान सरकार नया मसौदा तैयार करेगी। यह निर्णय रविवार रात प्रदेश सरकार के तीन सदस्यीय मंत्रियों के पैनल और 51 सदस्यीय गुर्जरों के प्रतिनिधिमंडल की तीसरे दौर की वार्ता में लिया गया। गुर्जरों के इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व बसंत गुर्जर कर रहे हैं। जबकि मंत्रियों के पैनल में गृह मंत्री शांति धारीवाल, ऊर्जा मंत्री जितेंद्र सिंह और परिवहन मंत्री बीके शर्मा हैं। इससे पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट के अनुरोध पर आंदोलनकारी गुर्जर वार्ता जारी रखने को राजी हुए। जयपुर में वार्ता के लिए गुर्जरों का 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल रविवार को पीलूकापुरा (भरतपुर) से रवाना हुआ। जबकि 30 अन्य प्रतिनिधि राजस्थान के विभिन्न जिलों से आए। गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला फिलहाल वार्ता में शामिल नहीं हुए हैं। वह अपने समर्थकों के साथ भरतपुर के निकट दिल्ली-मुंबई रेलपथ पर 14 वें दिन भी धरना दिये हुए हैं। इसी के साथ जयपुर-आगरा राजमार्ग और कुछ अन्य प्रमुख मार्ग भी पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग कर रहे आंदोलनकारियों ने जाम कर रखे हैं। बैंसला के नजदीकी रूप सिंह ने कहा है कि जयपुर में प्रतिनिधिमंडल वार्ता के बाद उसके नतीजे से समुदाय को अवगत कराएंगे। अगर जरूरत हुई तो अंतिम दौर की वार्ता के लिए बैंसला भी जयपुर जाएंगे। जयपुर में शनिवार को हुई कांग्रेस के गुर्जर नेताओं की बैठक के परिणामों से आंदोलनकारियों को अवगत कराया गया। इस बैठक में केंद्रीय मंत्री सचिनपायलट, राजस्थान के ऊर्जा मंत्री जितेंद्र सिंह सहित राज्य के प्रमुख कांग्रेस नेताओं ने हिस्सा लिया था। यह बैठक गुर्जरों की मांग पर आयोजित की गई थी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने भी गुर्जरों से वार्ता को जारी रखने का अनुरोध किया था(दैनिक जागरण,भरतपुर,4.11.11)।
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