वर्षा की बूंदें, पेड़ की सूखी पत्तियां और हवा में उछली बाल जमीन पर ही गिरती हैं। बच्चों में गुरुत्व बल की जानकारी का विकास करने के लिए कुछ ऐसे ही उदाहरण लिए गए हैं। विज्ञान और गणित विषय समझाने के कई आसान तरीकों का इजात 6-14 वर्ष के उन बच्चों के लिए किया गया है, जिन्होंने अभी तक स्कूल की सूरत नहीं देखी। शिक्षा के अधिकार अधिनियम के परिप्रेक्ष्य में राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान में कक्षा 6 में प्रवेश पाने वाले आउट ऑफ स्कूल बच्चों के लिए विशेष शिक्षण सामाग्री का विकास किया गया है।
इसकी समीक्षा कार्यशाला का आयोजन गत दिनों संस्थान में किया गया। समीक्षा संस्थान की निदेशक भावना शिक्षार्थी के निर्देशन में हुई, जिसमें उन्होंने कहा कि विकसित पुस्तक में एक से पांच तक के सभी कोर्स को न देकर उतना ही कोर्स रखा गया है, जिससे बच्चा कक्षा छह में अपने आपको समायोजित कर ले। पुस्तक में पढ़ने-पढ़ाने शब्द का प्रयोग न करके, समझेंगे, देखेंगे या जानेंगे जैसे संबोधन का प्रयोग किया गया है। समीक्षा करने आए शिक्षाविदों ने अपने विचार रखे। एनसीईआरटी नई दिल्ली के विज्ञान एवं गणित के प्रो. डा. बीके त्रिपाठी, असिस्टेंट प्रो. शशि प्रभा, एसो. प्रो. डा. वीपी सिंह एवं लखनऊ विवि के गणित विभाग के अवकाश प्राप्त प्रो. जीपी दीक्षित, डीएवी कालेज कानपुर के डा. अमर श्रीवास्तव आदि ने विशेष शिक्षण सामग्री की सराहना की(दैनिक जागरण,इलाहाबाद,2.2.11)।
मुझे खुशी है कि पढाई से सम्बंधित पाठ्यक्रम ऑर उसके निर्माण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है
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