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01 फ़रवरी 2011

डीयू में जॉब मार्केट के लिए होगी पढ़ाई

डीयू के वाइस चांसलर प्रो. दिनेश सिंह ने नई पहल करते हुए पहली बार कॉलेजों के हजारों स्टूडेंट्स के साथ सीधी बात की। यूनिवर्सिटी स्पोर्ट्स कांप्लेक्स हॉल में इन स्टूडेंट्स के सामने वीसी ने डीयू की तस्वीर बदलने का सपना रखा और अपनी योजनाओं के बारे में बताया।

इन योजनाओं पर स्टूडेंट्स ने तालियां भी बजाईं और वीसी से कुछ तीखे सवाल भी पूछे। डीयू के नए प्लान में इन्फर्मेशन टेक्नॉलजी पर काफी जोर दिया गया है और ऐसे कोर्स शुरू करने की स्कीम है, जिनसे जॉब मार्केट में स्टूडेंट्स की डिमांड बढ़ सके। डीयू की रैंकिंग में सुधार का लक्ष्य भी रखा गया है। वीसी ने कहा कि अभी वर्ल्ड की टॉप 250 यूनिवसिर्टीज में भी डीयू का नाम नहीं है और यूनिवर्सिटी की रैंकिंग को बेहतर बनाने के लिए ही नए प्रोजेक्ट बनाए जा रहे हैं।


इनोवेशन प्रोग्राम : वीसी ने बताया कि कॉलेजों को नए-नए इनोवेशन प्रोग्राम शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके लिए कॉलेजों से सुझाव भी मांगे जाएंगे। इन प्रोग्राम के लिए डीयू की ओर से कॉलेजों को अनुदान भी दिया जाएगा। ये प्रोग्राम ऐसे होंगे, जिनसे स्टूडेंट्स को जॉब मिलने में आसानी हो। कॉलेज की डिग्री के साथ-साथ वे इन कोर्सेज को भी कर पाएंगे। रिसर्च फैक्टर भी इन प्रोग्राम का हिस्सा होगा। र्वल्ड माकेर्ट की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ये प्रोग्राम तैयार किए जा रहे हैं। 

जरूरी हिस्सा बनेगा स्पोर्ट्स : वीसी ने कहा कि स्पोर्ट्स को एजुकेशन का हिस्सा बनाया जाएगा। जो स्टूडेंट्स स्पोर्ट्स में भागीदारी करते हैं, उनको भी अलग पहचान मिलनी चाहिए। जिस तरह किसी कोर्स में टॉप करने वाले स्टूडेंट्स की डिमांड होती है, उसी तरह से स्पोर्ट्स पर्सनैलिटी को भी अहमियत दी जाएगी। नई योजना इस तरह की होगी, जिसमें स्पोर्ट्स में हिस्सा लेने वाले को भी आगे बढ़ने का पूरा मौका मिल सकेगा। 

नया गर्ल्स हॉस्टल : जुलाई में नॉर्थ कैंपस के पास ढका में 1,500 गर्ल्स स्टूडेंट्स के लिए हॉस्टल तैयार हो जाएगा। कॉलेजों की स्टूडेंट्स को इस हॉस्टल में एडमिशन मिल सकेगा। अभी कॉलेजों में पढ़ने वाली स्टूडेंट्स के लिए हॉस्टल की समस्या बहुत बड़ी है लेकिन इस हॉस्टल से नई शुरुआत हो सकेगी। मेट्रो से र्गल्स स्टूडेंट्स अपने कॉलेज में जा सकेंगी और उनकी परेशानी कम होगी। वीसी ने कहा कि लड़कों के लिए भी इस तरह का हॉस्टल तैयार करने की योजना है। 

फेसबुक में एंट्री : वीसी ने ऐलान किया कि डीयू जल्द ही फेसबुक पर भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराएगा। इन्फर्मेशन टेक्नॉलजी को बढ़ावा देने के लिए खास तैयारी की जा रही है। इंटरनेट की बेहतर कनेक्टिवटी की जा रही है। हर कॉलेज को कहा जाएगा कि वे वेबसाइट पर सारी जानकारी दें ताकि हर कॉलेज की सूचना डीयू की वेबसाइट पर हो। इसके लिए अलग से अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे। वीसी ने कहा कि वे स्टूडेंट्स के साथ इंटरनेट के जरिए सीधी बात कर सकेंगे, ऐसी व्यवस्था भी की जा रही है। डीयू की वेबसाइट को और बेहतर बनाने के लिए एक कमिटी बनाई जा रही है। वेबसाइट अपडेट के लिए कॉलेजों से स्टूडेंट्स वॉलंटियर नियुक्त किए जाएंगे और हर कॉलेज से स्टूडेंट्स की भागीदारी होगी। 

रेडियो बनेगा बेहतर : वीसी ने कहा कि डीयू रेडियो स्टेशन 90.4 को और बेहतर बनाने के लिए एक कमिटी बनाई जा रही है। रेडियो स्टेशन को यूनिवर्सिटी एजुकेशन से जोड़ा जाएगा ताकि रेडियो स्टेशन के जरिए स्टूडेंट्स को अपने कोर्स से जुड़ी जानकारियां भी हासिल हो सकें। स्टूडेंट्स, टीचर्स से इस मसले पर सुझाव भी मांगे गए हैं ताकि रेडियो स्टेशन का महत्व और बढ़ सके। 

प्लेसमेंट पर जोर : वीसी ने कहा कि डीयू में सेंट्रल प्लेसमेंट सेल की शुरुआत हो चुकी है और इसके जरिए काफी स्टूडेंट्स को जॉब मिल रही हैं लेकिन इस प्रोसेस को अधिक कारगर बनाने की योजना पर भी डीयू काम कर रहा है, ताकि यूनिवसिर्टी में दाखिला पाने वाले ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट्स को नौकरी के अवसर मिल सकें। 

इन्फर्मेशन सेंटर : जल्द ही डीयू में इन्फर्मेशन सेंटर बनेगा, जहां पर एक्सपर्ट स्टूडेंट्स को हर छोटी से बड़ी जानकारी दे सकेंगे। वीसी ने कहा कि देखने में आता है कि स्टूडेंट्स छोटी-छोटी जानकारी के लिए घूमते रहते हैं और उन्हें कोई गाइड करने वाला नहीं है। ऐसे में एक इन्फर्मेशन सेंटर से स्टूडेंट्स को हर जानकारी मिल सकेगी। अधिकारियों को इसके लिए खास ट्रेनिंग दी जाएगी। 

कैंपस की बसें बढ़ेंगी : यूनिवर्सिटी कैंपस में ज्यादा बसें चलाएगी ताकि स्टूडेंट्स आसानी से अपने कॉलेज तक पहुंच सकें। इसके अलावा नॉर्थ कैंपस में साइकल सवार सिक्युरिटी गार्ड्स की नियुक्ति हो गई है, जो यूनिवर्सिटी की ड्रेस में होंगे। 

इंग्लिश बुक्स हिंदी में : वीसी ने कहा कि हिंदी मीडियम स्टूडेंट्स के लिए किताबों की कमी है, ऐसे में किताबों का इंग्लिश से हिंदी में अनुवाद किया जा रहा है ताकि हिंदी मीडियम के स्टूडेंट्स को भी किताबें मिल सकें। 

एक्सिडेंटल इंश्योरेंस : वीसी ने कहा कि डीयू स्टूडेंट्स के लिए एक्सिडेंटल इंश्योरेंस की स्कीम भी लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि इसमें एक लाख रुपये तक का प्रावधान रखा जाएगा(नवभारत टाइम्स,दिल्ली,1.2.11)।

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