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02 फ़रवरी 2011

चरस ढो रहे हैं बिहार के बेरोजगार युवा

पश्चिम उत्तर प्रदेश में अवैध चरस के धंधे का खुलासा हुआ है। नेपाल से बिहार के रास्ते लाई गई २० किलो चरस की खेप मंगलवार को लालकुर्ती क्षेत्र में पकड़ी गई। छात्र से पूछताछ में पता चला कि इस धंधे में बेरोजगार नवयुवकों का इस्तेमाल हो रहा है। पकड़े गए दो आरोपियों में एक मुजफ्फरपुर यूनिवर्सिटी का बीए थर्ड ईयर का स्टूडेंट हैं। छात्र ने खुलासा किया कि उसकी तरह बिहार के और छात्र भी इस धंधे में उतरे हुए हैं।


लालकुर्ती पुलिस और एसओजी ने घेराबंदी कर रुड़की रोड टैंक चौराहे से २० किलो चरस के साथ पंकज पुत्र विनोद प्रसाद बरनवाल निवासी नरकटिया गंज जिला पश्चिमी चंपारन बिहार और सरदार अली पुत्र अब्दुल रज्जाक निवासी मोहल्ला दूधियान कांधला मुजफ्फरनगर को पकड़ा है। पंकज को आर्डर पहुंचाने पर एक किलो चरस पर एक हजार रुपया कमीशन मिलता था, जबकि कांधला में भांग के ठेके पर काम करने वाला सरदार अली माल की लोकल स्तर पर खपत कराता था। सरदार १९८७ में भी पीलीभीत में चरस की बड़ी खेप के साथ पकड़ा जा चुका है। बकौल पंकज, चरस नेपाल से बिहार लाई जाती है। वहां से उनका उस्ताद कासिम उन्हें सप्लाई का जिम्मा सौंपता है। चरस, हेरोइन, गांझा, अफीम समेत तमाम मादक पदार्थों की सप्लाई पूरे उत्तर प्रदेश में हो रही है। पश्चिम यूपी में वह पिछले छह माह से काम कर रहा है। वह अब तक करीब पंद्रह बार खेप यहां पहुंचा चुका है। 
मजबूरी का फायदा
पंकज के पिता विनोद का मुर्गी फार्म का बिजनेस था। धंधे में घाटा होने से पैतृक जमीन भी बिक गई। सिर पर कर्ज और दो छोटी बहनों की शादी की मजबूरी पंकज को इस धंधे में खींच लाई। उसे गांव के ही अशोक ने तस्कर कासिम से मिलवाया। 
मेरठ का चरसनामा
- २७ दिसंबर २०१०: एसओजी और टीपीनगर पुलिस ने ३८ किलो चरस के साथ तीन तस्करों को दबोचा। पूछताछ में बताया कि बहराइच के कुछ लोग नेपाल में चरस उगाते हैं, वहां इसकी खेती पर पाबंदी नहीं है। 
- २३ जुलाई २०१०: कंकरखेड़ा पुलिस ने सरुरपुर निवासी नरेश को पौने दो किलो चरस के साथ पकड़ा था। नरेश ने बताया कि वह हरिद्वार और ऋषिकेश में साधु-सन्यासियों को चरस सप्लाई करता है। 
- सात मई २०१० : एसओजी ने मेरठ-बागपत मार्ग पर बली गांव के गेट के पास से मनवीर और प्रहलाद नाम के दो तस्कर पकड़कर एक करोड़ की स्मैक बरामद की।
- छह अप्रैल २०१० : सदर बाजार पुलिस ने १२ करोड़ की क्रिस्टल हेरोइन समेत तीन तस्कर गिरफ्तार किए। ये खेप नेपाल से आई थी और हवाई जहाज से इसे विदेश भेजना था।
- ३१ मार्च २०१० : परतापुर पुलिस ने कमरजहां नाम की एक महिला को दो किलो अफीम-डोडा के साथ गिरफ्तार किया। कमरजहां का भाई और पति भी इस धंधे से जुड़ा है(अमर उजाला,मेरठ,2.2.11)।

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