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15 जून 2011

डीयू में 100 पर्सेंट कट-ऑफ पर भड़के सिब्बल

दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (SRCC) की 100 पर्सेंट की पहली कटऑफ लिस्ट पर जमकर बवाल हो रहा है। मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने इसे असंगत और दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। वहीं डीयू के वीसी ने इस पर सफाई देते हुए भरोसा दिलाया कि जैसे-जैसे अगली लिस्ट आएंगी, कटऑफ कम होता चला जाएगा।

गौरतलब है कि मंगलवार को श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स की नॉन कॉमर्स स्टूडेंट्स के लिए बी.कॉम. ऑनर्स की पहली कटऑफ लिस्ट ने 100 पर्सेंट के आंकडे को छू लिया था। श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स ने जनरल कैटिगरी में बीकॉम ऑनर्स की जो लिस्ट तैयार की, उसमें 96-100 पर्सेंट का कॉलम भी रखा।

जिन स्टूडेंट ने मैथ्स , बिजनस स्टडीज , अकाउंट और इकनॉमिक्स में से कोई भी सब्जेक्ट नहीं पढ़ा होगा , उन्हें भी बीकॉम ऑनर्स कोर्स में ऐडमिशन मिल सकता है, लेकिन बेस्ट ऑफ फोर 100 पर्सेंट होना चाहिए।

सिब्बल ने इस कटऑफ को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि वह दुखी हैं कि यह ऐसे समय में आई है जब सरकार ऐडमिशन प्रोसेस को सरल बना रही है। उन्होंने डीयू के वीसी से इस मामले को तुरंत देखने की अपील की।



सिब्बल ने कहा कि इस तरह की कटऑफ लिस्ट छात्रों और उनके पैरंट्स का मनोबल गिराती है। यूनिवर्सिटी को इससे बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे तो 99 पर्सेंट नंबर लाने वाला छात्र भी ऐडमिशन नहीं पा सकेगा। SRCC के इस कदम पर सवाल उठाते हुए सिब्बल ने कहा कि क्या साइंस में 99 पर्सेंट लाने वाला छात्र कॉमर्स पढ़ने के लायक नहीं है? 

डीयू की कटऑफ से उमर भी परेशान 
डीयू की इस कटऑफ लिस्ट से जम्मू कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला भी परेशान हैं। उमर के दोनों बेटे दिल्ली के एक स्कूल में पढ़ रहे हैं। उमर ने ट्विटर पर लिखा, 'मैं अपने बेटों को लेकर परेशान हूं। जब जमीर (उमर का बेटा) कॉलेज जाएगा, तब कटऑफ और ऊपर चली जाएगी।' 

उमर ने आगे लिखा, 'यदि ऐडमिशन के लिए कम से कम 100 पर्सेंट नंबर तय किए जाते हैं तो क्या उनके बेटे 100 में से 100 ला पाएंगे?' उमर ने कहा कि आज के 'डरावने' कट-ऑफ को देखते हुए अपना कॉलेज 20 साल पहले पूरा करने को लेकर वह बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा, 'इस तरह के कट-ऑफ नंबरों को देखते हुए, मैं कॉरस्पॉन्डेंस से कोर्स करता क्योंकि मैं 'पास कोर्स' में भी प्रवेश नहीं ले पाता।'(नवभारत टाइम्स,दिल्ली,15.6.11)

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