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18 जून 2011

महाराष्ट्रः 10वीं बोर्ड के टॉप टेन में बेटियां

नागपुर संभाग के होनहारों ने कक्षा 10वीं की परीक्षा में दमदार प्रदर्शन के बदौलत विदर्भ का नाम रोशन कर दिया। शुक्रवार को महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओर से घोषित कक्षा 10वीं के नतीजे का ऐलान किया गया।

इस वर्ष लड़कियों ने मामूली अंतर से फिर बाजी मारी। गत वर्षो के मुकाबले इस वर्ष छात्रों ने अपने प्रदर्शन में सुधार करते हुए बेहतर प्रतिशत अंक हासिल किये हैं। विदर्भ में नागपुर के गजानन विद्यालय की छात्रा अस्मिता गेडेकर व अमरावती की तेजस्विनी वानखेड़े संयुक्त रूप से प्रथम स्थान पर रही।

दोनों ही छात्राओं को कक्षा 10वीं की परीक्षा में 98.36 फीसदी अंक हासिल किये हैं। इन्हें 550 में से 541 अंक मिले हैं। विदर्भ में लड़कों में संयुक्त रूप से प्रथम स्थान पर पर शहर के सोमलवार हाई स्कूल के छात्र स्वानंद खानापुरकर तथा संजूबा हाई स्कूल के विद्यार्थी महिन सपकाल रहे। उन्हें 98.18 फीसदी अंक हासिल हुए।

दोनों विद्यार्थियों को 550 में से 540 अंक मिले हैं। इसी शाला के छात्र अभिनव शर्मा लड़कों में द्वितीय स्थान पर रहे। उन्हें 97.82 फीसदी अंक हासिल हुए। सोमवलवार विद्यालय रामदासपेठ की वृषाली धारगे ने 98 प्रतिशत अंक हासिल कर विदर्भ में लड़कियों में द्वितीय स्थान प्राप्त किया।


जबकि तीसरे स्थान पर विद्यालय की ही छात्रा वैपणी जिले व भंडारा की दिशा मोरे रही। दोनों ही छात्राओं को 97.82 फीसदी अंक हासिल हुए हैं। नतीजे ऑन लाइन जारी होने से यह पता नहीं चल पाया है कि राज्य में प्रथम स्थान पर कौन विद्यार्थी रहा है। 
इसे लेकर दिन भर शहर में अटकलों का दौर जारी रहा। कई ऐसे विद्यार्थी भी हैं जिन्हें 99 फीसदी से लेकर शतप्रतिशत अंक हासिल हुए हैं। किन्तु इन विद्यार्थियों के अंकों में खेल कोटे के अंक जुड़े हैं। 

शिक्षा बोर्ड के नियमों के मुताबिक कोटे के तहत मिले अंकों की गणना मेरिट के लिए नहीं की जा सकती। इसके पूर्व शनिवार दोपहर 1 बजे शिक्षा बोर्ड की ओर से कक्षा 10वीं के नतीजे घोषित किये गए है। 

गत मार्च माह में ली गई परीक्षा में संभाग से कुल एक लाख 76 हजार 550 नियमित विद्यार्थी शामिल हुए थे। इसमें से 73.89 फीसदी अर्थात एक लाख 30 हजार 456 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। परिणाम में पिछले वर्ष के मुकाबले में 9.19 प्रतिशत की गिरावट हुई है। 

जबकि परीक्षा देनेवाले कुल 20 हजार 416 पुर्नपरीक्षार्थियों में से 6 हजार 784 अर्थात 33.23 फीसदी विद्यार्थी सफल हो पाएं हैं। शिक्षा बोर्ड के विभागीय अध्यक्ष सी. आर. बोरकर के मुताबिक संभाग का प्रतिशत परिणाम नियमित विद्यार्थियों की सफलता के अनुसार तय किया जाता है। 

संभाग में इस वर्ष गोंदिया जिले ने बेहतर प्रदर्शन किया। जिले का परिणाम सबसे अधिक 80.05 रहा, तो दूसरी ओर सबसे कम परिणाम चंद्रपुर जिले का 64.50 प्रतिशत है। नागपुर जिला प्रदर्शन के मामले में तीसरे स्थान पर है। जिले का परिणाम 76.47 रहा है। 

पूरे राज्य का परिणाम 71.04 प्रतिशत रहा है। संभाग में नियमित परीक्षा देनेवाली लड़कियों के उत्तीर्ण होने का प्रतिशत 73.89 प्रतिशत रहा जबकि लड़कों के उत्तीर्ण होने का प्रतिशत 72.82 है। 

पुणे प्रथम स्थान पर

महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा फरवरी-मार्च 2011 में ली गई 10वीं की परीक्षा के नतीजे शुक्रवार को घोषित किये गए। राज्य में 71.04 प्रतिशत परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। 

इस वर्ष पुणे पैटर्न ने बाजी मारते हुए 80.39 प्रतिशत हासिल कर प्रथम स्थान लिया है। नकलमुक्त अभियान के कारण अमरावती विभाग के 43.32 प्रतिशत नतीजे आए जो कि सबसे कम है। जबकि 56.93 प्रतिशत नतीजे आने के कारण लातूर छठवें स्थान पर है। 

मंडल अध्यक्ष उज्‍जवला पाटील ने शनिवार को कहा कि बेस्ट फाइव के अनुसार ही नतीजे घोषित किये गए हैं। इस वर्ष 10वीं की परीक्षा के लिए राज्य से 16 लाख 32 हजार 748 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थीं।

गणित के नतीजे कम

विषय के अनुसार नतीजे देखे जाएं तो गणित के 8 प्रतिशत व विज्ञान के 5 प्रतिशत नतीजे कम आए हैं। इस वर्ष गणित के 72.28, विज्ञान के 87.39, मराठी के 90.94 आए हैं। हिंदी के 90.70, सामान्य गणित के 81.87 प्रतिशत नतीजे आए हैं। 

अमरावती फिसड्डी

सभी विभागीय मंडलों में सबसे कम 43.32 प्रतिशत छात्र अमरावती संभाग से उत्तीर्ण हुए हैं। अकोला सिर्फ 40.40 प्रतिशत नतीजा दे सका।
(दैनिक भास्कर,नागपुर,18.6.11)

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