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24 जून 2011

मध्यप्रदेशः3500 तक की रैंक वालों को मिल सकती है पसंद की ब्रांच

आईआईटी-जेईई और एआईईईई में स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ने का असर प्रदेश की इंजीनियरिंग सीटों पर देखने को मिल सकता है। दोनों परीक्षाओं में शहर से अभी तक करीब 500 स्टूडेंट सफल होते आए हैं लेकिन इस बार यह आंकड़ा करीब 750 पर पहुंच गया। इनमें से ज्यादातर का एडमिशन आईआईटी में हो गया है और अब पीईटी में भी टॉपर रहे हैं।

टॉप कॉलेजों पर टॉप रैंक वालों के नहीं होने से अब नीचे की रैंक वालों को फायदा मिलेगा लेकिन इसके लिए कॉलेज या ब्रांच से समझौता करना पड़ सकता है। अब तक पीईटी में तीन हजार तक की रैंक वालों को टॉप कॉलेजों की किसी भी ब्रांच में एडमिशन मिल जाता था। इस बार यह रैंक 3500 तक पहुंचेगी।

फ्री सीट स्कीम के लिए काउंसिलिंग 28 जून से
डीटीई ने प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में 2.50 लाख वार्षिक से कम आय वर्ग के लिए अनिवार्य की गई 10 फीसदी फ्री सीटों की काउंसिलिंग तिथि घोषित कर दी है। बीई में फ्री सीटों के लिए 28 जून से रजिस्ट्रेशन शुरू होंगे।
ऑनलाइन च्वॉइस फिलिंग 4 जुलाई से 10 जुलाई तक होगी। 13 से 18 जुलाई के बीच सीटों का अलॉटमेंट होगा और इसी दिन कॉलेज में शाम पांच बजे तक उपस्थिति दर्ज कराना होगी।

टॉप ब्रांच के लिए इतनी रैंक
101-335 सीएस, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन, इंस्ट्रूमेंटेशन250-450 इलेक्ट्रिकल्स, मैकेनिकल, प्रोडक्शन इंजीनियरिंग350-600 सिविल, आईटी, बायोमेडिकल

222 कॉलेज प्रदेश में83 हजार सीटें करीब60 कॉलेज शहर में18 हजार सीटें

ये हैं ब्रांच रुझान
शहर के एसजीएसआईटीएस, आईईटी और अन्य तीन टॉप कॉलेजों में एडमिशन के लिए 3500 रैंक तक के स्टूडेंट्स कॉलेज च्वाइस फिलिंग कर सकते हैं। एसजीएसआईटीएस बायोमेडिकल डिपार्टमेंट हेड प्रो. एमपीएस चावला का कहना है प्रदेश में इस बार पीईटी में नंबर भी कम मिले हैं। ब्रांच रुझान में ज्यादा बदलाव नहीं होगा। पहले की तरह कम्प्यूटर साइंस,इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन और मैकेनिकल की डिमांड रहेगी।

इस बार दो ही काउंसिलिंग
चार और पांच काउंसिलिंग का लंबा शेड्यूल अब पीईटी में नहीं होगा। इस बार शासन ने सिर्फ दो ही काउंसिलिंग कराने का निर्णय लिया है। दोनों काउंसिलिंग प्रक्रिया हो जाने के बाद आखिरी मौका कॉलेज लेवल काउंसिलिंग का दिया जाएगा जिसमें खाली सीटों के लिए स्टूडेंट्स सीधे कॉलेज से संपर्क करेंगे। डीटीई के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. लक्ष्मीनारायण रेड्डी का कहना है कम काउंसिलिंग शेड्यूल से इस बार बीई की पढ़ाई समय पर शुरू होगी(दैनिक भास्कर,इन्दौर,24.6.11)।

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