मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

18 जून 2011

डीयू में दाखिले का दूसरा दिन रहा ठंडा

डीयू में दाखिले का दूसरा दिन ठंडा रहा। टॉप कॉलेजों को छोड़ दें तो कैम्पस कॉलेजों में भी दाखिलों को लेकर ज्यादा मारामारी देखने को नहीं मिली। नॉर्थ कैम्पस स्थित श्री गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज में जहां पहले दिन के 150 के मुकाबले मात्र 125 दाखिले हुए, वहीं श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स में बीकॉम ऑनर्स व इकोनॉमिक्स ऑनर्स में सामान्य श्रेणी पर सीटों से अधिक दाखिले हो गए। मिरांडा कॉलेज में जहां भारी भीड़ जुटी, वहीं दौलतराम कॉलेज में दूसरा दिन काफी हल्का रहा।

हिन्दू कॉलेज में दूसरे दिन करीब 290 दाखिले हुए। किरोड़ीमल कॉलेज में पहले दिन के 300 दाखिलों के मुकाबले दूसरे दिन 200 दाखिले हुए। मैत्रेयी कॉलेज में 1064 सीटों पर 383 दाखिले हुए हैं। कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. सविता दत्ता ने बताया कि उनके यहां इतिहास ऑनर्स में सबसे ज्यादा दाखिले हुए हैं। दो ही दिन में यहां उपलब्ध 46 सीटों के लिए 40 दाखिले हो चुके हैं।

इसी तरह इकोनॉमिक्स में 46 सीटों पर 44 दाखिले हुए हैं। फिजिक्स, मैथमेटिक्स ऑनर्स में भी खूब दाखिले हो रहे हैं। ऑफ कैम्पस कॉलेजों की बात करें तो दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज में 632 सीटों पर पहले दिन 63 तो दूसरे दिन 69 दाखिले हुए। कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. एसके गर्ग ने बताया कि उनके यहां बीकॉम ऑनर्स, मैथमेटिक्स ऑनर्स व कम्प्यूटर साइंस को लेकर ज्यादा छात्र दाखिले के लिए पहुंच रहे हैं।

डीयू में दाखिले की मारामारी के बीच स्थानीय छात्रों के लिए आरक्षण की मांग उठने लगी है। भाजपा के महासचिव विजय गोयल ने मांग रखी कि दिल्ली सरकार के कॉलेजों में दिल्ली के छात्रों को 85 प्रतिशत आरक्षण दिया जाना चाहिए।

गोयल के मुताबिक उन्होंने इस सिलसिले में 25 मई को डीयू के वाइस चांसलर प्रो. दिनेश सिंह से मुलाकात भी की थी। दिल्ली में राज्य सरकार के 28 कॉलेज हैं। इन कॉलेजों में अन्य राज्यों की भांति स्थानीय छात्रों के लिए 85 प्रतिशत आरक्षण घोषित किया जाना चाहिए।


उधर,डीयू में दाखिले की दौड़ शुरू होते ही नॉर्थ कैम्पस में आने-जाने से लेकर खाना-पीना तक महंगा हो गया है। दाखिले के लिए छात्रों से 50 रुपए के कानूनी शपथपत्र के लिए 70-80 रुपए तक वसूले जा रहे हैं।

रामजस कॉलेज में बिहार से अपने बेटे के दाखिले के लिए पहुंचे अभिभावक अखिलेंद्र मिश्रा ने बताया कि फॉर्म के साथ जमा होने वाले चार कानूनी शपथपत्र के लिए मुझे 300 रुपए का भुगतान करना पड़ा। दौलतराम कॉलेज में दाखिले के लिए पहुंची छात्रा अंकिता ने बताया कि 15 रुपए में मिलने वाला लेमन जूस 20 रुपए और 20 रुपए की मैगी के लिए 30 से 40 रुपए खर्च करने पड़े।

इसके अलावा हिन्दू से हंसराज कॉलेज तक जाने के लिए रिक्शा चालक 25 से 30 रुपए वसूल रहे हैं, जबकि रास्ता महज एक किमी है। अपनी मां के साथ दाखिले के लिए पहुंची एक छात्रा ने बताया कि मेट्रो स्टेशन से मिरांडा हॉउस और फिर दौलतराम कॉलेज तक आने में ही उसके 50 रुपए खर्च हो चुके है।

इसी तरह निजी हॉस्टलों ने भी फीस बढ़ा दी है। यह बढ़ोतरी 2 से 5 हजार रुपए तक है। कॉमनवेल्थ गेम्स के बाद बने नए डीयू हॉस्टलों की फीस में भी 200 से लेकर 500 रुपए तक की बढ़ोतरी की गई है(दैनिक भास्कर,दिल्ली,18.6.11)।

राष्ट्रीय सहारा की रिपोर्टः
कैम्पस में शुक्रवार को दाखिला प्रक्रिया के दूसरे दिन भीड़ कम दिखी। पहले दिन की भीड़ एकाएक कम नजर आई। कॉलेज प्राचायरे का कहना है कि पहली कट ऑफ हाई होना भी इसका एक कारण है। ज्यादातर कॉलेजों में दूसरे दिन कुछ यही हाल रहा। कुछ कोर्सेज को छोड़कर अन्य कोर्सेज में भी दाखिला प्रक्रिया में जुटे कॉलेज शिक्षक भी राहत में दिखे। डीयू के हंसराज कॉलेज, हिन्दू कॉलेज, किरोड़ीमल कॉलेज, दौलतराम कॉलेज और मिरांडा हाऊस आदि में दूसरे दिन दाखिला प्रक्रिया काफी शांत तरीके से चलती दिखी। छात्रा अंशिका, रितिका व शिखा ने कहा कि दाखिले के लिए वे सुबह से ही कॉलेज पहुंच गए थे। दाखिला प्रक्रिया पूरी होने के बाद वे राहत में थे। उन्होंने कहा कि आखिरकार काफी जद्दोजहद के बाद दाखिले का सपना पूरा हो गया। कॉलेज में जिन विद्यार्थी ने पहली सूची के बाद दाखिला नहीं लिया और वे कट ऑफ में आएं, वे प्रॉस्पेक्टस फॉर्म लेने के लिए लाइनों में लगे दिखे। हालांकि दूसरे दिन ज्यादा भीड़ न होने से विद्यार्थी ज्यादा परेशान नहीं थे। दूसरी ओर रामजस कॉलेज ने शैक्षणिक सत्र 2011-12 की दाखिला प्रक्रिया में विद्यार्थियों को फीस जमा कराने में एक और सुविधा दी गई है। कॉलेज प्राचार्य डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि कॉलेज में विद्यार्थी कैश लेकर आते थे, जिसे गिनने और फिर जमा करने में ज्यादा समय लग रहा था। कॉलेज ने इस बार से डेबिट कार्ड से भी फीस जमा कराने की व्यवस्था लागू कर दी है। जिससे विद्यार्थियों या उनके अभिभावकों को घर से कैश लेकर चलने की जरुरत नहीं होगी। कैम्पस के अमूमन सभी कॉलेजों में विद्यार्थी कॉलेज के प्रमुख पाठय़क्रमों में दाखिले लेने में जुटे हैं। चाहे वह मिरांडा हाउस, दौलतराम, किरोड़ीमल, हंसराज, खालसा, वेंकटेर, शिवाजी या अन्य कॉलेज हों, सभी में विद्यार्थी बीकॉम ऑनर्स, अर्थशास्त्र ऑनर्स, बीए प्रोग्राम, अंग्रेजी ऑनर्स व गणित ऑनर्स में दाखिला लेने में जुटे हैं। कॉलेजों ने दाखिले के लिए प्रत्येक कोर्स के लिए एक क्लासरूम तय किया है। जहां मार्कशीट के आधार पर फॉर्म भरवाया जा रहा है और इसकी जांच करने के बाद विद्यार्थी फीस जमा करने में लगे हैं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।