मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

17 जून 2011

डीयूःकोर्स नहीं कॉलेज रख रहा छात्रों के लिए मायने

क्या कभी ऐसा सुना है कि बीकॉम की शिक्षा लेने वाला छात्र नामी कॉलेज के चक्कर में बीए पास कोर्स में दाखिला ले ले! दिल्ली विश्वविद्यालय में इन दिनों दाखिला लेने वाले बहुत से छात्र इस पैंतरे को अपनाते नजर आ रहे हैं। छात्रों के इस तरीके से कॉलेज प्रशासन भी हैरत में है। दाखिला लेने वाले कई छात्र कोर्स की परवाह किए बगैर नामी-गिरामी कॉलेज में सीट रिजर्व करा लेना चाहते हैं। इसी का नतीजा है कि पहली कटऑफ के दूसरे ही दिन कई कॉलेजों में दाखिले के दरवाजे बंद होते दिख रहे हैं।


किरोड़ीमल कॉलेज के बीए प्रोग्राम में दाखिला लेने वाली ज्योतिका का कहना है कि उन्होंने यह फैसला मजबूरी में लिया है क्योंकि एसआरसीसी में बीकॉम में दाखिला नहीं मिला। ऐसे में केएमसी में दाखिला लेने के लिए दूसरे विषय का चयन कर लिया। डीयू में दाखिला ले चुके अमरेंद्र ने बताया कि उन्हें हंसराज कॉलेज के बीए ऑनर्स इकोनॉमिक्स में दाखिला लेना था। कटऑफ कम होने के कारण हिंदू कॉलेज के हिंदी ऑनर्स में दाखिला लिया।

करनाल के रहने वाले कृषि वैज्ञानिक डॉ. ए.के सिंह ने अपने बेटे आदित्य सिंह का दाखिला किरोड़ीमल कॉलेज के बीए प्रोग्राम में कराया है। जबकि उसका पसंदीदा कोर्स बीकॉम है। उन्होंने कहा कि हिंदू कॉलेज के बीकॉम में दाखिला मिलता तो बीए नहीं चुनते(जयप्रकाश मिश्र,लाईव हिंदुस्तान डॉटकॉम,17.6.11)।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।