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23 जून 2011

उत्तराखंडःपंजाबी को द्वितीय राजभाषा का दर्जा दिलाने के लिए प्रदर्शन

उत्तराखंड पंजाबी क्रांति मोर्चा ने पंजाबी भाषा को राज्य में द्वितीय राज भाषा का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया और डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन भेजा। बुधवार को मोर्चा कार्यकर्ता देहरादून के जिलाधिकारी कार्यालय में एकत्र हुए और राज्य में पंजाबी भाषा को द्वितीय राज भाषा का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर नारेबाजी की। मोर्चा संयोजक कुंवर जपिन्दर सिंह ने कहा कि उत्तराखंड में पंजाबी समाज के निवासियों की आबादी बहुत है, जो कि पंजाबी भाषा लिखते-पढ़ते एवं बोलते है। पंजाबी भाषा और लिपि लगभग छह सौ वर्ष पुरानी है। राज्य में पंजाबी आबादी लगभग 40 प्रतिशत है, जो कि राज्य की कुल आबादी का बहुत बड़ा हिस्सा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश व पश्चिम बंगाल में पंजाबी समाज के देश और राज्य के विकास में योगदान को देखते हुए इन राज्यों में पंजाबी भाषा को द्वितीय भाषा का दर्जा दिया गया है, लेकिन उत्तराखंड में अभी तक ऐसा नहीं किया गया। उन्होंने राज्य में भी पंजाबी भाषा को द्वितीय भाषा का दर्जा देने की मांग की। इस अवसर पर मोर्चा से जुड़े अन्य लोग उपस्थित थे(राष्ट्रीय सहारा,देहरादून,23.6.11)।

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