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30 जून 2011

डीयूःअब होगा विदेशी भाषा के पार्टटाइम कोर्सों में दाखिला

दिल्ली विश्वविद्यालय में देसी भाषा में दाखिले की रफ्तार भले ही धीमी है, विदेशी भाषा में नहीं । यहां कॉलेज से लेकर कैंपस तक हर जगह विदेशी भाषा में दाखिले के लिए छात्र चक्कर लगा रहे हैं। कोई जर्मन और फ्रेंच सीखना चाहता है तो चाइनीज व जैपनीज। विश्वविद्यालय में विदेशी भाषा सिखाने के लिए पार्ट टाइम से लेकर फुल टाइम दोनों तरह के विकल्प मौजूद हैं। फुलटाइम कोर्स में बीए आनर्स जर्मन, फ्रेंच, स्पैनिश व इटैलियन में आवेदन प्रक्रिया बंद होने पर अब छात्र पार्ट टाइम के लिए कॉलेजों का चक्कर लगा रहे हैं।

कैंपस में विदेशी भाषा सिखाने के लिए मुख्य रूप से तीन विभाग सक्रिय हैं। इनमें सबसे ब़ड़ा विभाग जर्मेनिक एंड रोमंस स्टडीज का है। यहां बीए आनर्स जर्मन, फ्रेंच, स्पैनिश व इटैलियन कराया जा रहा है जिनमें दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा पिछले सप्ताह खत्म हो गई है। बुधवार को परीक्षा के परिणाम भी घोषित कर दिए गये। यह विभाग इसके अलावा पार्ट टाइम कोर्स भी कराता है। यह करीब २० कॉलेजों में है। इसके तहत छात्रों को शुरू में सर्टिफिकेट फिर डिप्लोमा व एडवांस डिप्लोमा का कोर्स कराया जाता है। कॉलेजों में आमतौर पर रेगुलर कोर्स में पहली और दूसरी कट ऑफ के दाखिले पूरे होने के बाद इन कोर्स में दाखिले दिए जाते हैं। जुलाई के पहले सप्ताह में इन कोर्स के लिए आवेदन फार्म भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। कुछ कॉलेजों में यह अभी से ही जारी है। इच्छुक छात्रों को इसके लिए कॉलेज से ही जाकर संपर्क करना होगा। पार्ट टाइम कोर्स की कक्षाएं सुबह या दोपहर बाद होती हैं।

इन कॉलेजों में १२वीं पास के आधार उपलब्ध सीटों पर बिना किसी प्रवेश परीक्षा के दाखिला दिया जाता है। फीस ५ हजार रूपये १० हजार ヒपये के बीच है। सर्टिफिकेट, डिप्लोमा व एडवांस डिप्लोमा करने के बाद छात्र संबंधित विदेशी भाषा में एमए कर सकते हैं। एमए में दाखिले के लिए उन्हें प्रवेश परीक्षा देनी होती है। छात्र चाहे तो एडवांस डिप्लोमा करके भी नौकरी की राह पक़ड़ सकता है। इन कॉलेजों में रशियन भाषा के कोर्स भी चलाए जा रहे हैं।

कॅरियर कहां

इन भाषाओं के कोर्स पूरा करने के बाद छात्र दुभाषिया, अनुवादक, भाषा शिक्षक, टूरिस्ट सेंटर या कॉल सेंटर में काम कर सकता है। मीडिया उद्योग व बंगलूर, गु़ड़गांव व हैदराबाद जैसे आईटी शहर में भी काम करने के ढेरों अवसर सामने हैं। विदेशी दूतावास में भी ऐसे भाषा के जानकारों को काम करने का मौका मिलता है। अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि या व्यापार के सिलसिले में भी काम करने के अवसर हैं। स्कूल व कॉलेजों में बतौर शिक्षक ऐसे व्यक्ति रखे जाते हैं। लेकिन इसके लिए भाषा पर पक़ड़ होनी जरूरी है।

स्लावोनिक एंड फीनो उग्रेरियन स्टडीज विभाग

यह विभाग नार्थ कैंपस में आर्ट्स फैकल्टी के पास ट्यूटोरियल बिल्डिंग में चल रहा हैं। इसमें बुल्गेरियन, चेक, पोलिश, हंगेरियन, क्रोशिएन व रशियन भाषा में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा व एडवांस डिप्लोमा कराया जाता है। इन कोर्स में दाखिले की प्रक्रिया जारी है। बल्गेरियन व रशियन में फुलटाइम इंटेसिव कोर्स भी है। दाखिले के लिए कम से कम १२वीं पास होना अनिवार्य है।

ईस्ट एशियन स्टडीज विभाग


सोशल साइंस भवन में स्थित इस विभाग में मुख्य रूप से चाइनीज, जैपनीज व कोरियन भाषा में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा व एडवांस डिप्लोमा चलाया जा रहा है। इनमें पार्ट व फुलटाइम दोनों तरह के कोर्स है। यह विभाग इनके अलावा इन भाषाओं में एमए का कोर्स भी करा रहा है। दाखिले की प्रक्रिया जारी है।
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दक्षिण दिल्ली के कॉलेज

आचार्य नरेन्द्रदेव कॉलेज : फ्रेंच, जर्मन व स्पैनिश।

सीवीएस : फ्रेंच व जर्मन ।

गार्गी : सर्टिफिकेट व डिप्लोमा इन जर्मन ।

जीसस एंड मैरी : फ्रेंच में सर्टिफिकेट व डिप्लोमा।

कमला नेहरू कॉलेज : फ्रेंच में सर्टिफिकेट व डिप्लोमा।

एलएसआर : फ्रेंच में सर्टिफिकेट व डिप्लोमा।

वेंकटेश्वर कॉलेज : जर्मन में सर्टिफिकेट व डिप्लोमा।


विदेशी भाषा के पार्ट टाइम कोर्स

दौलतराम : फ्रेंच, जर्मन, स्पैनिश, चाइनीज, जैपनीज व कोरियन में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा कोर्स। 

हंसराज : फ्रेंच, जर्मन व स्पैनिश।

रामजस : फ्रेंच, जर्मन व स्पैनिश के अलावा चाइनीज, कोरियन व जैपनीज भाषा का कोर्स। 

लक्ष्मीबाई : फ्रेंच, जर्मन ।

मिरांडा हाउस : फ्रेंच, जर्मन व स्पैनिश ।

सत्यवती कॉलेज : फ्रेंच, जर्मन।

एसजीटीबी खालसा : जर्मन व स्पैनिश।

एसजीजीएस कॉलेज ऑफ कामर्स : डिप्लोमा इन फ्रेंच ।

स्टीफंस कॉलेज : फ्रेंच, जर्मन व स्पैनिश।

(नई दुनिया,दिल्ली,30.6.11)

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