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16 जून 2011

संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालयःपरीक्षा के साथ ही होगा मूल्यांकन कार्य भी

संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय की दूसरे चरण की परीक्षा के साथ ही साथ उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए पहले आसपास के मंडलों से परीक्षक बुलाए जाएंगे।
यह निर्णय बुधवार को विश्वविद्यालय की परीक्षा समिति की बैठक में किया गया। कुलपति प्रो. बिंदा प्रसाद मिश्र की अध्यक्षता में हुई बैठक में उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन और परीक्षा परिणाम घोषित करने के संबंध में विभिन्न पहलुओं पर विचार किया गया। कुलपति ने सुझाव दिया कि न सिर्फ मूल्यांकन कार्य आरंभ करा दिए जाएं बल्कि मंडलवार परीक्षा परिणाम भी घोषित होते जाएं। इन मुद्दों पर सहमति बन गई। उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन २० जून से शुरू करा दिया जाएगा। परीक्षा परिणाम घोषित करने में शास्त्री तृतीय और आचार्य द्वितीय वर्ष को वरीयता दी जाएगी। परीक्षा समिति की बैठक में निरस्त किए गए परीक्षा आवेदनों के साथ जमा शुल्क की वापसी के मसले पर भी चरचा की गई। फिलहाल इस विषय पर कोई अंतिम निर्णय नहीं हो सका है। संभावना यही बन रही है कि यदि विश्वविद्यालय ऐसे आवेदनों के साथ जमा परीक्षा शुल्क वापस करने पर सहमत हो भी जाता है तो उसमें कटौती अवश्य की जाएगी। इतना ही नहीं जिन महाविद्यालयों से वे परीक्षा आवेदन भरवाए गए थे उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है। कार्रवाई में अर्थदंड से लेकर संबद्धता समाप्त करने तक की कार्रवाई संभव है(अमर उजाला,वाराणसी,16.6.11)।

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