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07 जुलाई 2011

पंजाब यूनिवर्सिटी के के 181 कालेजों में बढ़ी 10 फीसदी फीस

खाद्य पदार्थो की महंगाई से जूझ रही पब्लिक को पंजाब यूनिवर्सिटी ने जोर का झटका दिया है। पंजाब और चंडीगढ़ में शिक्षा पर भी विद्यार्थियों को जेब ढीली करनी पड़ेगी। यूनिवर्सिटी से संबद्ध पंजाब और चंडीगढ़ के करीब 181 कालेजों में इसी सत्र से सब कोर्सों में 10 प्रतिशत फीस बढ़ाई जा रही है। फीस केवल प्राइवेट कालेजों में ही बढ़ेगी। इसकी अधिसूचना वीरवार को जारी कर दी जाएगी। बीकॉम कोर्स में हो सकता है कि 10 प्रतिशत से भी ज्यादा फीस बढ़े लिहाजा इस पर वीरवार को अंतिम फैसला होगा। कमेटी के सदस्य जीके चतरथ ने इस मामले की आधिकारिक पुष्टि की है। प्राइवेट कालेज प्रबंधन लगातार फीस बढ़ाने के मामले में यह दुहाई देते रहे हैं कि एक तो यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कांट्रेक्ट टीचरों का वेतन 25800 करने का आदेश दे दिया है। इसके अलावा कालेजों में इनफ्रास्ट्रक्चर जुटाने में काफी खर्च आने लगा है, लिहाजा कालेजों की फीस बढ़नी चाहिए। बुधवार देर शाम फीस बढ़ाने को लेकर मामले में बनी कमेटी की बैठक हुई। बैठक में प्रिंसिपलों ने सवाल उठाया कि पिछले काफी समय से प्राइवेट कालेजों में फीस नहीं बढ़ पाई है लिहाजा यूनिवर्सिटी को फीस बढ़ाने की अनुमति देनी चाहिए। इससे पहले सीनेट की बैठक में भी कालेजों में फीस बढ़ोतरी का मुद्दा जोर-शोर से उठा था लेकिन कई सीनेट सदस्यों ने फीस बढ़ाने का जोरदार विरोध किया था जिसके बाद पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मामले में कमेटी गठित कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया था। दूसरी और विद्यार्थियों को शिकायत रहती थी कि यूनिवर्सिटी का कालेजों पर कोई कंट्रोल नहीं है। कालेज अलग-अलग कोर्सो में अलग-अलग फीस वसूलते हैं। फीस लेने के मामले में कालेजों में एकरूपता नहीं है। विद्यार्थियों ने कई कालेजों की लिखित शिकायतें भी यूनिवर्सिटी से की है। देव समाज कालेज फार वूमेन सेक्टर 45 बी की शिकायत बुधवार को पीयू प्रबंधन के पास पहुंची। करीब एक दर्जन छात्र छात्राओं का आरोप है कि कालेज प्रबंधन ने प्रॉस्पेक्ट्स में बीकॉम के लिए 12800 रुपये फीस लिखी है लेकिन उनसे 23500 रुपये वसूले जा रहे हैं जबकि उन्होंने मेरिट में भी स्थान बनाया है। इसी शिकायत को आधार बनाकर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने बुधवार देर शाम विभिन्न कालेजों में एक फीस स्ट्रक्चर तय करने वाली कमेटी की मीटिंग बुलाई थी। बैठक में कालेजों के प्रिंसिपल फीस बढ़ाने के मुद्दे पर एकजुट नजर आए। इसमें तय किया गया कि गरीब और विकलांग छात्र छात्राओं को फीस में 10 प्रतिशत की राहत दी जाएगी। बीकॉम के दाखिले मेरिट बनने के बाद क्योंकि शुरू हो चुके हैं, लिहाजा इस कोर्स की फीस बढ़ाने का फैसला कल वीरवार की बैठक में लिया जाएगा। जिन विद्यार्थियों से ज्यादा फीस चार्ज की गई है, उन्हें रकम वापस दी जाएगी। उधर सेल्फ फाइनेंस कोर्सो में बैठक में फीस घटाने का फैसला लिया गया। फीस कितनी घटेगी, इस पर फिलहाल राय नहीं बन पाई है(साजन शर्मा,दैनिक जागरण,चंडीगढ़,7.7.11)।

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