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05 जुलाई 2011

सुखाड़िया विवि के 225 छात्र असमंजस में:प्रवेश लें या परीक्षा दें!

सुखाडिया विश्वविद्यालय में पढ़ रहे करीब 225 विद्यार्थी असमंजस में भटक रहे हैं। एक ओर आगे की कक्षा में प्रवेश शुरू हो गए हैं, जबकि उनकी परीक्षाओं की तिथि तक घोषित नहीं हुई है। परीक्षा के बारे में जानकारी के लिए विद्यार्थी विश्वविद्यालय के चक्कर लगा रहे हैं।
जब तक परीक्षा नहीं होती वे आगे की कक्षा में प्रवेश नहीं ले सकते, वहीं इस देरी के कारण अगर प्रवेश प्रक्रिया में सीटें भर गई तो उन्हें नियमित विद्यार्थी के रूप में प्रवेश नहीं मिलेगा। इनमें शहर के ही नहीं आस-पास के जिलों के भी विद्यार्थी हैं।

विश्वविद्यालय ने मई में परीक्षाओं के दौरान उन अभ्यर्थियों के लिए अलग से परीक्षा करवाने के लिए अनुमति दी थी जो आरपीएससी द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के कारण विवि की परीक्षा से वंचित रह रहे थे। ऎसे करीब 225 विद्यार्थी थे, जो एमकॉम, एमए हिंदी, एमए इतिहास, एमए राजनीति विज्ञान, एमए समाजशास्त्र, पीजीडीसीए आदि कोर्स के विद्यार्थी हैं।
इन विद्यार्थियों की परीक्षाएं करवाने को लेकर विश्वविद्यालय लेटलतीफी कर रहा है, जिससे विद्यार्थियों के लिए संकट खड़ा हो गया है। परीक्षाएं व इसके बाद परिणाम घोषित होने में करीब डेढ़-दो माह का समय लग जाएगा, ऎसे में उनकी पढ़ाई का नुकसान भी होगा। वहीं देरी से अगली कक्षा में प्रवेश लेने पर शुल्क भी अधिक देना पड़ेगा(राजस्थान पत्रिका,उदयपुर,5.7.11)।

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