मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

30 जुलाई 2011

छत्तीसगढ़ःदंतेवाड़ा में 29 साल से बिना गुरुजी हो रही है पढ़ाई

दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय स्थित सबसे पुराने शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल में बीते 29 साल से कृषि संकाय की पढ़ाई बिना शिक्षकों के हो रही है। 1982 से शुरू इस संकाय को एक भी शिक्षक नहीं मिला। वजह शिक्षकों का सेटअप मंजूर ही नहीं है। इस स्कूल में हर साल औसतन 75 विद्यार्थी दाखिला लेते हैं। इस साल भी 11 वीं कक्षा में 60 व 12 वीं में 90 छात्रों ने कृषि संकाय में नाम लिखाया है।

फाइल में कैद कॉमर्स :

कॉमर्स संकाय अघोषित तौर पर बंद हो चुका है। ट्राइबल द्वारा संचालित स्कूल में संकाय शुरू तो हुआ, लेकिन विभाग ने दो पद मंजूर होने के बावजूद एक भी शिक्षक नहीं दिया।

नतीजतन दो बैच की पढ़ाई के बाद विद्यार्थियों ने इस संकाय में पढ़ाई करने से तौबा कर ली है। स्कूल में हायर सेकंडरी स्तर पर बायोलॉजी के 2, केमेस्ट्री, फिजिक्स, भूगोल व इतिहास के 1-1 पद रिक्त हैं।

अंग्रेजी विषय की पढ़ाई के लिए एक भी व्याख्याता या शिक्षाकर्मी वर्ग-1 पदस्थ नहीं है। ट्राइबल विभाग के सहायक आयुक्त बीआर मोरला का कहना है कि शिक्षाकर्मियों की नई भर्ती से इस स्कूल में शिक्षकों की कमी दूर हो जाएगी।


कमरों में ठूंसे जा रहे विद्यार्थी 

स्कूल में छात्रों की मौजूदा संख्या करीब 1400 है। लेकिन कमरे छोटे व अपर्याप्त हैं। 9वीं कक्षा में कुल 4सौ विद्यार्थी हैं। इन्हें तीन सेक्शन में बिठाया जा रहा है, जबकि जरूरत सात सेक्शन की है। इसी तरह 10 वीं के 3 सेक्शन में प्रत्येक में 80-85 विद्यार्थियों को बैठना पड़ रहा है(शैलेन्द्र ठाकुर,दैनिक भास्कर,दंतेवाड़ा-रायपुर,30.7.11)।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।