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07 जुलाई 2011

यूपी बोर्डःअंकपत्र के लिए भटक रहे लाखों छात्र

यूपी बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले लाखों छात्र-छात्राएं अब अंक पत्र हासिल करने की जिद्दोजहद में उलझे हैं। उन्होंने इम्तिहान भले ही पास कर लिया हो, लेकिन अंक पत्र अभी तक उनके हाथ नहीं लगे हैं। हाईस्कूल के अंक पत्र से वंचित लाखों छात्र 11वीं कक्षा में प्रवेश नहीं ले पा रहे हैं। बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा में 36 लाख 59,180 परीक्षार्थी पंजीकृत हुए थे। परीक्षा में शामिल होने वालों की संख्या 32,38,943 थी। जिसमें से 22,93,624 ने परीक्षा उत्तीर्ण की थी। इसके परिणाम दस जून को घोषित हो गए थे, लेकिन अब तक छात्रों को अंक पत्र जारी नहीं हुए हैं। पहले परीक्षा परिणाम घोषित होने के एक हफ्ते बाद स्कूलों में मार्कशीट पहुंच जाती थी। बोर्ड मुख्यालय अंक पत्र छपवाता है। इसके बाद उन्हें इलाहाबाद, वाराणसी, बरेली और मेरठ स्थित बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालयों को भेजा जाता है। क्षेत्रीय कार्यालय अपने अधिकार क्षेत्र के जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालयों को अंकपत्र भेजते हैं। फिर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से विद्यालयों में अंकपत्र भेजे जाते हैं। स्थिति यह है कि अभी तक जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालयों को ही अंक पत्र नहीं मिले हैं। ऐसे में स्कूलों तक अंकपत्र पहुंचने में समय लगना स्वाभाविक है। अंक पत्र न मिल पाने के कारण छात्रों को 11वीं कक्षा में नहीं मिल पा रहा है। विद्यालयों की दिक्कत यह है कि माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने विगत नौ जून को वर्ष 2011-12 के लिए जो शैक्षिक पंचांग जारी किया है, उसमें इंटरमीडिएट में दाखिले की आखिरी तिथि 15 जुलाई निर्धारित की गई है। इस बाबत माध्यमिक शिक्षा निदेशक संजय मोहन ने पहले तो यह कहा कि सभी स्कूलों में अंकपत्र पहुंच गए हैं, लेकिन जब उन्हें वस्तुस्थिति बतायी गई तो उन्होंने कहा कि उनके पास ऐसी कोई शिकायत नहीं आई है(दैनिक जागरण,लखनऊ,7.7.11)।

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