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10 जुलाई 2011

डीयूःसत्यवती कॉलेज में दाखिले का फर्जीवाड़ा,एडमिशन रूका

डीयू के सत्यवती कॉलेज में स्पोर्ट्स कोटे के तहत दाखिले में फर्जीवाड़े का मामला प्रकाश में आने पर फिलहाल एडमिशन प्रक्रिया रोक दी गई है। दाखिला के लिए आगे की प्रक्रिया जांच कार्य पूरा होने के बाद ही शुरू हो पाएगी।

जानकारी के अनुसार सत्यवती कॉलेज (प्रात:) में स्पोर्ट्स कोटे के तहत छह जुलाई को छह छात्रों को दाखिला के लिए कॉलेज प्रशासन ने हरी झंडी दे दी। इनमें से पांच छात्रों ने कबड्डी के तहत बी कॉम एवं बी कॉम ऑनर्स के लिए आवेदन किया था।

सूची जारी होने के बाद कुछ आवेदन करने वाले छात्रों ने कॉलेज ग्रीवांस कमेटी को दाखिला प्रक्रिया में फर्जीवाड़े की शिकायत की। इस मामले की शुरुआती जांच में जहां तीन छात्रों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए, वहीं एक छात्र को बगैर ट्रायल प्रक्रिया में उपस्थिति हुए ही प्रवेश दे दिया गया था। तीन छात्रों ने किसी गैर सरकारी संस्थान का प्रमाण पत्र जमा किया था, जो कि मान्य नहीं होता है।

कॉलेज ग्रीवांस समिति ने इस मामले की जानकारी कॉलेज के प्राचार्य डॉ.शमसुल इस्लाम को दी। डॉ.इस्लाम ने फिलहाल स्पोर्ट्स कोटे के तहत प्रवेश प्रक्रिया पर रोक लगा दी है और सोमवार को इस मामले में उन्होंने उपसमिति का गठन करने का फैसला किया है। डॉ.इस्लाम का कहना है कि मामले की जांच पूरी होने के बाद ही प्रवेश प्रक्रिया दोबारा शुरू की जाएगी। 

उधर, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार फर्जीवाड़ा मामले में स्पोर्ट्स इंचार्ज की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार कॉलेज में स्पोर्ट्स कोटे के तहत 50 सीटें निर्धारित की गई हैं। 

इनमें कबड्डी, कुश्ती, एथलीट, फुटबाल और क्रिकेट शामिल है। ज्ञात हो कि अभी हाल ही में इसी कॉलेज में दो मणिपुरी छात्रों को फर्जी प्रमाण पत्रों के जरिए दाखिला की कोशिश करते हुए पकड़ा गया था(दैनिक भास्कर,दिल्ली,10.7.11)।

राष्ट्रीय सहारा की रिपोर्टः
अब डीयू के सत्यवती कॉलेज (प्रात:) में स्पोर्ट्स कोटे से दाखिले में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। कॉलेज में एनजीओ के फर्जी सर्टिफिकेट पर तीन स्टूडेंट्स ने दाखिला ले लिया। इनमें से एक छात्र का दाखिले के लिए चयन बिना ट्रायल के हो गया है तो दूसरे का चयन तीन वर्ष के गैप के बावजूद कर लिया गया। इस फर्जीवाड़े का पटाक्षेप तब हुआ जब कुछ छात्रों ने कॉलेज की ग्रीवांस कमेटी में शिकायत की। इसके बाद आनन फानन में कमेटी ने दस्तावेजों को मंगाकर जांच की, तो वे फर्जी पाए गए। फिलहाल कॉलेज प्रशासन ने खेल कोटे से हुए सभी दाखिलों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। कॉलेज इस मामले में जांच कमेटी गठित कर रहा है। कमेटी की रिपोर्ट पर कार्रवाई की जाएगी। जानकारी के मुताबिक कॉलेज में स्पोर्ट्स कोटे के एडमिशन के लिए पिछले दिनों वालीबॉल, फुटबाल, रेसलिंग, कबड्डी, क्रिकेट और एथलीट के ट्रायल कराए गए थे। कबड्डी का ट्रायल 4 जुलाई को हुआ था। सूत्रों के मुताबिक कबड्डी के इस ट्रायल में तीन छात्र एक एनजीओ का फर्जी सर्टिफिकेट लेकर और एक अन्य छात्र तीन साल के गैप केबावजूद पहुंच गया। इन छात्रों ने बीकॉम और बीकॉम (ऑनर्स) में दाखिले केलिए आवेदन किया था। गौरतलब है कि डीयू की खेल दाखिला नीति केतहत 75 प्रतिशत अंक खेल से जुड़े प्रमाण पत्रों और 25 प्रतिशत अंक ट्रायल के आधार पर दिए जाते हैं। प्रमाण पत्र जोन, इंटर जोन, राज्य स्तर, राष्ट्रीय स्तर व अंतरराष्ट्रीय स्तर के देखे जाते हैं। ट्रायल के बाद दाखिला कमेटी ने इन चारों छात्रों को दाखिले के लिए योग्य करार दे दिया। इसके बाद 6 जुलाई को खेल कोटे में हुए दाखिलों की सूची जारी की गई। इस सूची को देख कुछ अन्य छात्रों ने ग्रीवांस कमेटी में शिकायत की और कहा कि कुछ छात्रों के दाखिले फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर किए गए हैं जबकि एक छात्र का दाखिले के लिए चयन बिना ट्रायल के ही कर दिया गया। शिकायतकर्ता छात्रों ने कॉलेज के डायरेक्टर ऑफ फिजिकल एजुकेशन को भी शिकायत की थी, लेकिन बताया जाता है कि उन्होंने इसे नजरअंदाज कर दिया था। उधर, ग्रीवांस कमेटी ने शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करते हुए छात्रों के दस्तावेजों की जांच की। जांच में फर्जी खेल प्रमाण पत्रों का खुलासा हुआ। फिलहाल कॉलेज प्रशासन ने खेल कोटे के तहत हुए सभी दाखिलों पर रोक लगा दी है। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शम्सुल इस्लाम ने कहा कि कॉलेज में 50 छात्रों का खेल कोटे के तहत चयन किया गया है। इन सभी दाखिलों पर रोक लगा दी गई है। बताया जाता है कि कॉलेज प्रशासन इस मामले में सब कमेटी गठित करने जा रहा है। यह कमेटी खेल कोटे के सभी छात्रों के दस्तावेजों की जांच करेगी। सभी दस्तावेजों को जांच के लिए सील कर दिया गया है।

अमर उजाला की रिपोर्टः
दिल्ली विश्वविद्यालय में एक के बाद एक फर्जी दाखिले और दाखिले में गड़बड़ी के मामले सामने आते जा रहे हैं। इसके तहत अब सत्यवती कालेज में स्पोर्ट्स श्रेणी के पांच दाखिलों को लेकर गड़बड़ी के आरोप लगाए जाने का मामला सामने आया है। कुछ छात्रों ने आरोप लगाया है कि कालेज में कबड्डी के चार और एथलेटिक्स के एक दाखिले में धांधली की गई है। छात्रों ने कालेज की ग्रीवांस कमेटी में इस संबंध में शिकायत की। कमेटी से मामला कालेज प्राचार्य के पास पहुंचा। उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए इस श्रेणी के सभी दाखिलों पर रोक लगा दी है।
इससे पहले भी सत्यवती कालेज में दो मणिपुरी छात्र फर्जी मार्कशीट के आधार पर दाखिला लेते पकड़े गए थे। अब स्पोर्ट्स श्रेणी के दाखिलों पर भी उंगलियां उठाई जा रही हैं। कालेज में छह जुलाई को स्पोर्ट्स श्रेणी की लिस्ट जारी की गई थी। इसके तहत कबड्डी में पांच छात्रों की लिस्ट निकाली गई थी। कुछ छात्रों ने आरोप लगाया कि इनमें से तीन के पास एनजीओ के नाम के सर्टिफिकेट थे। जबकि एक छात्र का ट्रायल ही नहीं हुआ था। इसी तरह एथलेटिक्स के एक छात्र के दस्तावेजों में भी धांधली की आशंका जताई गई थी। छात्रों ने इस संबंध में कालेज की ग्रीवांस कमेटी में भी शिकायत की थी। कमेटी ने कालेज प्राचार्य डा. शम्स-उल-इस्लाम को इस मामले की जानकारी दी। प्राचार्य ने मामले की गंभीरता को समझते हुए स्पोर्ट्स श्रेणी के इन सभी दाखिलों पर रोक लगा दी है। पूरे मामले की जांच के लिए सोमवार को कालेज में एक जांच कमेटी बनाई जाएगी। इस कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद ही दाखिलों के संबंध में आगे की कार्रवाई अंजाम दी जाएगी।

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