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12 जुलाई 2011

डीयूःसत्यवती कॉलेज में जारी है कोटे का ‘खेल’

सत्यवती कॉलेज में खेल कोटे का ‘खेल’ फिलहाल समाप्त होता नजर नहीं आ रहा है। स्पोर्ट्स कोटे में दाखिले की गड़बड़ी को लेकर सुर्खियों में आए कॉलेज के स्पोर्ट्स शिक्षक ने सोमवार को अपने बचाव में कुछ कहने के बजाय प्रिंसिपल पर ही गम्भीर आरोप लगा दिए।

स्पोर्ट्स शिक्षक का आरोप है कि प्रिंसिपल की सिफारिश से आए तीन छात्रों का दाखिला नहीं किए जाने से वे खफा हो गए हैं। यही वजह है कि वे खेल कोटे के दाखिलों पर सवाल खड़े कर रहे हैं। हालांकि, कॉलेज प्रिंसिपल ने तमाम आरोपों को बेबुनियाद करार देते हुए शिक्षक को गलतबयानी से बचने की सलाह दी है।

सत्यवती प्रात: कॉलेज में खेल कोटे के दाखिलों में गड़बड़ी का मामला उजागर होने के बाद सोमवार को मामले की जांच के लिए कॉलेज स्तर पर पांच शिक्षकों की एक जांच समिति का गठन कर दिया गया है। कमेटी 14 जुलाई को अपनी रिपोर्ट पेश करेगी, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

उधर, अनुचित तरीके से दाखिला देने का आरोप झेल रहे कॉलेज के स्पोर्ट्स शिक्षक डॉ. संजय चौधरी ने सोमवार को अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि सारे मामले की पीछे प्रिंसिपल डॉ. शमशूल इस्लाम का हाथ है। उन्होंने आरोप लगाया कि कबड्डी में प्रिंसिपल की ओर से भेजे गए दो छात्रों और क्रिकेट में एक छात्र का दाखिला नहीं किया गया, इसलिए वे उनके खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं। चौधरी ने सफाई दी कि जिन छात्रों का दाखिला नहीं किया गया, वे योग्य नहीं थे। डॉ. चौधरी ने कहा कि मामले की जांच शुरू हो गई है। हकीकत सभी के सामने आ जाएगी।


इस बाबत जब प्रिंसिपल डॉ. शमशूल इस्लाम से बात की गई तो उन्होंने कहा कि स्पोर्ट्स शिक्षक मामले को साम्प्रदायिक रंग दे रहे हैं और आरोप-प्रत्यारोप में जुटे हैं। दाखिलों में गड़बड़ी की शिकायत ग्रीवांस कमेटी को छात्रों ने की थी, जिसकी जांच भी उसी कमेटी ने की थी। जब गड़बड़ी का अंदेशा हुआ तो मामले की जांच को पांच शिक्षकों की एक कमेटी को सौंप दिया गया(दैनिक भास्कर,दिल्ली,12.7.11)।

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