मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

05 जुलाई 2011

बीबीए है आईपी का बिग बॉस

आईपी यूनिवर्सिटी में बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए) कोर्स काफी पॉपुलर है। स्टूडेंट्स इन दिनों कन्फ्यूजन में हैं कि डीयू से बीकॉम करें या फिर आईपी के बीबीए कोर्स में एडमिशन ले लें। इस कन्फ्यूजन को दूर करने के लिए स्टूडेंट्स को बीबीए कोर्स की एबीसी को समझना बहुत जरूरी है। एक्सपर्ट का कहना है कि बीकॉम और बीबीए कोर्स की तुलना नहीं की जा सकती। जहां बीकॉम कोर्स में अकाउंट और फाइनैंस सेक्टर का अहम इनपुट होता है वहीं बीबीए में मैनेजमेंट स्किल्स सीखने को मिलती है। आईपी यूनिवर्सिटी में स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज की डीन प्रो. अनु सिंह लाठर का कहना है कि जिन स्टूडेंट्स की मैथ्स और अकाउंट्स में अच्छी पकड़ है, उन्हें बीकॉम कोर्स को महत्व देना चाहिए लेकिन ऐसे स्टूडेंट्स जिनकी कम्यूनिकेशन स्किल्स बेहतर है और मैनेजमेंट की फील्ड में जाना चाहते हैं, उन्हें उनको बीबीए कोर्स करना चाहिए। प्रो. लाठर का कहना है बीकॉम कोर्स को करने के बाद स्टूडेंट्स के लिए जॉब की अलग फील्ड है और बीबीए कोर्स में जॉब के दूसरे चांस हैं। बीबीए करने वाले स्टूडेंट्स को एमबीए करने में आसानी होती है। बीबीए करने के बाद भी इंडस्ट्री में स्टूडेंट्स को जूनियर मैनेजर, असिस्टेंट मैनेजर की जॉब मिलती है और एमबीए के बाद बेहतर जॉब होती है। वह कहती हैं कि अगर स्टूडेंट की मैथ्स पर अच्छी पकड़ नहीं है और वह बीकॉम में एडमिशन लेकर 50 पर्सेंट से कम मार्क्स लाता है तो उसके पास अवसर सीमित हो जाते हैं क्योंकि आईपी में एमबीए में एडमिशन के लिए ग्रैजुएशन में 50 पर्सेंट मार्क्स होने जरूरी हैं। इसलिए स्टूडेंट्स को अपनी दिलचस्पी को ध्यान में रखते हुए ही कोर्स को चुनना चाहिए। 


सिलेबस 
बीबीए कोर्स तीन साल का है। इस कोर्स में बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन पर खास फोकस होता है। इसके अलावा स्टूडेंट्स को अकाउंट्स, फाइनैंस, इकनॉमिक्स, ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट और मार्केटिंग के बारे में भी पढ़ाया जाता है। 


सबसे ज्यादा डिमांड बीबीए जनरल 
बीबीए कोर्स पांच स्ट्रीम में चलता है और इस साल फाइनैंशल मार्केट की नई स्ट्रीम भी शुरू की गई है। बीबीए जनरल, बीबीए (बैंकिंग ऐंड इंश्योरेंस), बीबीए (टूर एंड ट्रैवल मैनेजमेंट), बीबीए (कंप्यूटर ऐडेड मैनेजमेंट) और बीबीए (मॉडर्न ऑफिस प्रैक्टिस एंड मैनेजमेंट)। बीबीए जनरल कोर्स की सबसे ज्यादा डिमांड है। उसके बाद बैंकिंग एंड इंश्योरेंस कोर्स को स्टूडेंट्स पसंद करते हैं। बैंकिंग सेक्टर में जॉब की संभावनाएं लगातार बढ़ रही हैं। टूर एंड ट्रैवल मैनेजमेंट करने वाले स्टूडेंट्स को भी अच्छी प्लेसमेंट मिलती है। बीबीए कोर्स को करने के बाद स्टूडेंट्स के पास करियर के अच्छे ऑप्शन रहते हैं। यह कोर्स डीयू में नहीं है इसलिए आईपी यूनिवर्सिटी में काफी स्टूडेंट्स अप्लाई करते हैं। जिन स्टूडेंट्स ने एमबीए को अपना गोल बनाया है, उन स्टूडेंट्स के लिए बीबीए कोर्स काफी बेहतर साबित होता है। एमबीए कोर्स में बीबीए कोर्स का भी इनपुट होता है और स्टूडेंट्स को आसानी होती है। बीबीए+ एमबीए करने के बाद स्टूडेंट्स के प्लेसमेंट के चांस काफी अच्छे हो जाते हैं। 

लास्ट ईयर की रैंक 
पिछले साल बीबीए कोर्स में 18,783 रैंक पर लास्ट एडमिशन हुआ था। पहली काउंसलिंग में 9,498 रैंक पर एडमिशन हुए और सेकंड काउंसलिंग में 18,783 पर एडमिशन क्लोज हुए थे। पिछले साल 3,692 स्टूडेंट्स को बीबीए में एडमिशन मिला था। यूनिवर्सिटी के मुताबिक बीबीए में इस साल 4,230 सीटें हैं और सेकंड काउंसलिंग में सीटों की संख्या में कुछ और इजाफा भी हो सकता है। बीबीए में 22,000 से ज्यादा स्टूडेंट्स ने अप्लाई किया है। इस कोर्स की काउंसलिंग शुरू हो गई है। यह कोर्स मॉर्निंग और ईवनिंग दोनों शिफ्टों में चलता है। बीबीए कोर्स की बढ़ती अहमियत को देखते हुए यूनिवर्सिटी ने कुछ साल पहले इंस्टिट्यूट में ईवनिंग शिफ्ट शुरू करने का फैसला लिया था। यह कोर्स सेल्फ फाइनैंसिंग इंस्टिट्यूट में चलता है। यूनिवर्सिटी में हर कोर्स में दिल्ली के स्टूडेंट्स के लिए 85 पर्सेंट सीटें रिजर्व रहती हैं। सेल्फ फाइनैंसिंग इंस्टिट्यूट में ओबीसी कोटा लागू नहीं हुआ था। ओबीसी कोटा सरकारी इंस्टिट्यूट में ही लागू है। 

इन इंस्टिट्यूटों में है चलता है बीबीए 
अंसल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नलॉजी, सेक्टर 55, गुड़गांव 
बेरी इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी ट्रेनिंग रिसर्च, टीकरी कलां 
बीएलएस इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी एंड मैनेजमेंट, दिल्ली रोहतक रोड, एनएच-10, बहादुरगढ़ 
चंद प्रभु जैन कॉलेज ऑफ हायर स्टडीज, नरेला (दोनों शिफ्ट) 
दिल्ली कॉलेज ऑफ एडवांस स्टडीज, विकासपुरी 
दिल्ली इंस्टिट्यूट ऑफ रूरल डिवेलपमेंट, जीटी करनाल रोड, विलेज नांगली पूना 
कस्तूरी राम कॉलेज ऑफ हायर एजुकेशन, कैंपस नरेला 
ट्रिनिटी इंस्टिट्यूट ऑफ प्रफेशनल स्टडीज, द्वारका (दोनों शिफ्ट) 
आइडल इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नॉलजी, विवेक विहार (दोनों शिफ्ट) 
इंस्टिट्यूट ऑफ इन्फर्मेशन टेक्नॉलजी एंड मैनेजमेंट, जनकपुरी (दोनों शिफ्ट) 
जगन्नाथ इंटरनैशनल मैनेजमेंट स्कूल, वसंत कुंज (दोनों शिफ्ट) 
महाराजा अग्रसेन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, रोहिणी (दोनों शिफ्ट) 
महाराजा सूरजमल इंस्टिट्यूट, जनकपुरी (दोनों शिफ्ट) 
टेक्निया इंस्टिट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडीज, मधुबन चौक, रोहिणी (दोनों शिफ्ट) 
बनारसी दास चांदीवाला इंस्टिट्यूट ऑफ प्रफेशनल स्टडीज, द्वारका (दोनों शिफ्ट) 
भाई परमानंद इंस्टिट्यूट ऑफ बिजनेस स्टडीज, शकरपुर एक्सटेंशन 
फेयरफील्ड इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नॉलजी, कापसहेड़ा 
इंस्टिट्यूट ऑफ इनोवेशन इन टेक्नॉलजी एंड मैनेजमेंट जनकपुरी (दोनों शिफ्ट) 
जगन्नाथ इंटरनैशनल मैनेजमेंट स्कूल, कालकाजी (दोनों शिफ्ट) 
जगन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, रोहिणी (दोनों शिफ्ट) 
ललिता देवी इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड साइंसेज, मंडी रोड, विलेज मंडी 
मीरा बाई इंटिग्रेटेड इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी, महारानी बाग 
न्यू दिल्ली इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, तुगलकाबाद (दोनों शिफ्ट) 
श्री गुरु तेग बहादुर इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड इन्फमेर्शन टेक्नॉलजी 

रैंक का हिसाब-किताब 
बीबीए में महाराजा सूरजमल इंस्टिट्यूट और महाराजा अग्रसेन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टूडेंट्स की पहली पसंद बने थे। दिल्ली जनरल कैटिगरी की बात करें तो सूरजमल इंस्टिट्यूट में पिछले साल 25 रैंक वाले स्टूडेंट का पहला एडमिशन हुआ था जबकि लास्ट रैंक 1,142 गई थी। महाराजा अग्रसेन इंस्टिट्यूट में पहली रैंक 12 थी जबकि लास्ट रैंक 1,548 थी। इस इंस्टिट्यूट में बैंकिंग एंड इंश्योरेंस कोर्स में लास्ट रैंक 3,047 थी। सूरजमल इंस्टिट्यूट में टूर एंड ट्रैवल मैनेजमेंट कोर्स में दिल्ली जनरल की लास्ट रैंक 4,735 थी। बीबीए जनरल कोर्स के लिए दिल्ली जनरल के स्टूडेंट्स को अंसल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी में 11,992, दिल्ली कॉलेज ऑफ एडवांस स्टडीज में 9,046, जगन्नाथ इंटरनैशनल मैनेजमेंट स्कूल, वसंत कुंज में 10,750 पर लास्ट एडमिशन हुआ था(भूपेंद्र,नवभारत टाइम्स,दिल्ली,5.7.11)।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।