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19 जुलाई 2011

डीयूःहिन्दू कॉलेज में लटके स्पोर्ट्स और ईसीए के दाखिले

दिल्ली विश्वविद्यालय के हिन्दू कॉलेज में स्पोर्ट्स-ईसीए (एक्स्ट्रा कॅरिकुलम एक्टिविटी) कोटे के दाखिले एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गए हैं। कॉलेज में उपलब्ध ईसीए-स्पोर्ट्स कोटे की करीब तीन दर्जन सीटों के लिए तैयार दाखिला सूची पर कॉलेज प्रिंसिपल प्रो.विनय कुमार श्रीवास्तव ने रोक लगा रखी है।

उनका कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन को इन दाखिलों को लेकर शिकायत मिली है और जब तक वहां से हरी झंडी नहीं मिलेगी, दाखिले नहीं होंगे। हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रिंसिपल की इस बात को सिरे से नकार दिया है और स्पष्ट किया है कि ऐसी कोई पाबंदी नहीं लगाई गई है।

कॉलेज के इस रवैये के चलते दाखिले की आस लगाए बैठे छात्र और उनके अभिभावक बेहद परेशान हैं। 21 जुलाई से नया सत्र शुरू हो रहा है और उनका दाखिला अभी तक नहीं हो सका है।

हिन्दू कॉलेज में ईसीए दाखिला कमेटी का कामकाज देख रहे डॉ.राजेश कुमार ने बताया कि उन्होंने दो अलग-अलग चरणों में अंजाम दी गई ट्रॉयल प्रक्रिया के बाद 15 छात्र-छात्राओं का चयन किया था।

संस्कृत व हिन्दी में उम्मीदवार उपलब्ध न होने के चलते इनके कोटे की दो सीटें खाली रह गई हैं। डॉ.कुमार ने बताया कि 15 उम्मीदवारों की अंतिम सूची प्रिंसिपल को 12 जुलाई को ही सौंप दी गई है लेकिन न जाने क्यों इस सूची को रोक कर रखा गया है। कुछ ऐसा ही हाल स्पोर्ट्स कोटे का भी है।


यहां भी ट्रॉयल के बाद 12 जुलाई को अंतिम सूची प्रिंसिपल को दी गई थी लेकिन आज तक इसकी घोषणा नहीं की गई है। कॉलेज प्रिंसिपल प्रो. विनय कुमार श्रीवास्तव से जब इस बाबत पूछा गया तो उनका कहना था कि दाखिलों को लेकर मिली शिकायत के मद्देनजर फिलहाल विश्वविद्यालय प्रशासन के निर्देशों से इस प्रक्रिया को रोका गया है। जैसे ही वहां से हरी झंडी मिलेगी, सूची जारी कर दी जाएगी। 
डीयू डीन कॉलेज प्रो. सुधीश पचौरी से जब इस बाबत पूछा गया तो उनका कहना था कि अभी तक उन्हें इस मामले से जुड़ी कोई जानकारी नहीं मिली है और यदि कोई शिकायत आएगी तो ही कार्रवाई कर पाना संभव है। 

जबकि डीन छात्र कल्याण प्रो.जेएम खुराना का कहना था कि स्पोर्ट्स व ईसीए कोटे के दाखिले हिन्दू ही नहीं बल्कि डीयू के सभी कॉलेज अपने स्तर पर अंजाम दे रहे है। ऐसे में उनकी दाखिला प्रक्रिया में विश्वविद्यालय छात्र कल्याण कार्यालय का कोई हस्तक्षेप नहीं है(दैनिक भास्कर,दिल्ली,19.7.11)।

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