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28 जुलाई 2011

ई-कॉमर्स

ई-कॉमर्स यानी इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स का ही नतीजा है कि ऑनलाइन बैंकिंग, इंटरनेट शॉपिंग और ई-ट्रेडिंग जैसे पेपरलेस बिजनेस मोड के प्रति लोगों का रुझान बढ़ा है। इंटरनेट के विस्तार ने तो ई-कॉमर्स को एक नई ऊंचाई दी है। इसके तकनीकी पहलुओं के जानकारों के लिए यह फील्ड कैरियर के मामले में भी काफी फायदेमंद हो रहा है। इसी के मद्देनजर आज ई-कॉमर्स से संबंधित सर्टिफिकेट से लेकर पीजी स्तर तक के कोर्स उपलब्ध हैं।
ई-कॉमर्स बिजनेस का आधुनिक रूप है जो पूरी तरह से तकनीक पर आधारित होता है। बिजनेस के इस रूप में किसी प्रोडक्ट या सेवा की खरीद-बिक्री विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों द्वारा की जाती है, जिसमें इंटरनेट प्रमुख है। कहा जा सकता है कि ई-कॉमर्स में इंटरनेट बैक-बोन की भूमिका अदा करता है। यहां न तो समय का कोई बंधन है और न ही किसी प्रतिष्ठान में जाने की मजबूरी। पैसों का आदान-प्रदान भी आप इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से ही कर सकते हैं। बिजनेस के इस स्वरूप में इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर, डिजिटल कैश, इलेक्ट्रॉनिक मनी आदि का उपयोग किया जाता है, जो सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी फायदेमंद है। ई-कॉमर्स के साथ-साथ अब एम-कॉमर्स का चलन भी शुरू हो चुका है, जिसमें बिजनेस मोबाइल से संपन्न किया जाता है।
ई-कॉमर्स वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख इंडस्ट्री का रूप ले चुका है। तकनीकी विकास के साथ आज के जमाने के ग्राहकों को भी ई-कॉमर्स काफी सुविधा मिल रही है। साथ ही इसके उपयोग से संस्थानों की सर्विस कॉस्ट में भी भारी गिरावट आई है। ई-कॉमर्स के कई प्रकार हैं -


बिजनेस टू कंज्यूमर (बी टू सी)- ई-कॉमर्स के इस रूप में कोई भी कस्टमर सप्लायर की वेबसाइट से कोई प्रोडक्ट सीधे खरीद सकता है। इसमें कस्टमर और सप्लायर के बीच सीधा कारोबार होता है।

बिजनेस टू बिजनेस (बी टू बी)- यहां बिजनेस ट्रांजैक्शन में ग्राहक सीधे शामिल नहीं होता है। ई-कॉमर्स का यह रूप काफी बड़ा होता है, जैसे मैन्यूफैक्चरर्स और होल सेलर्स। 

कंज्यूमर टू कंज्यूमर (सी टू सी)- इस बिजनेस मोड में थर्ड पार्टी का कॉन्सेप्ट होता है। यह थर्ड पार्टी कोई बिजनेस वेबसाइट हो सकती है। इस पर एक पार्टी किसी सामान को बेचने के लिए पोस्ट कर करती है और दूसरी उस साइट की मदद से उस सामान को खरीदती है। यहां ग्राहकों के बीच सीधा बिजनेस होता है, किसी थर्ड पार्टी के माध्यम से, जैसे ई-बे, आमेजन आदि(संजीव कुमार,अमर उजाला,27.7.11)।

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