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02 अगस्त 2011

लखनऊ के 281 स्कूलों को नोटिस

शिक्षकों का संघर्ष आखिर रंग लाया। उनकी मेहनत से तैयार हुई राजधानी के फर्जी स्कूलों की सूची को जांच की कसौटी पर कसने के लिए शिक्षा विभाग ने न सिर्फ सहमति जताई है, बल्कि कार्रवाई की दिशा में कदम भी बढ़ा दिए हैं। सोमवार को शिक्षकों से दूसरी सूची मिलने के बाद जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय ने राजधानी के 281 संदिग्ध स्कूलों को नोटिस जारी कर दी है। माध्यमिक शिक्षक संघ के दस सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने सोमवार शाम जिला विद्यालय निरीक्षक उमेश कुमार त्रिपाठी को 125 अमान्य स्कूलों और इन स्कूलों के बच्चों को अपने यहां से परीक्षा दिलाने वाले 16 विद्यालयों की सूची सौंपी। इससे पहले बीते सोमवार को संघ ने निवर्तमान जिला विद्यालय निरीक्षक गणेश कुमार को 156 अमान्य विद्यालय और उनके धंधे में शामिल 55 मान्यता प्राप्त विद्यालयों की सूची पेश की थी। सोमवार को वार्ता में जिला विद्यालय निरीक्षक श्री त्रिपाठी ने शिक्षकों को बताया कि सभी अमान्य स्कूलों को नोटिस जारी कर उनकी मान्यता का ब्योरा तलब किया गया है। इसके लिए स्कूलों को एक हफ्ते का समय दिया गया है। इसके अलावा जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से जांच दल भी गठित किए जा रहे हैं। यह जांच दल मंगलवार से इलाकों में निकलेंगे और चिह्नित स्कूलों में मान्यता के अभिलेख परखेंगे। जहां गड़बड़ी मिलेगी, कार्रवाई की जाएगी। 

समायोजित हों विद्यार्थी : 
माध्यमिक शिक्षक संघ ने फर्जी स्कूलों पर कार्रवाई करने के साथ ही इन स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थियों को राजकीय व सहायता प्राप्त विद्यालयों में समायोजित करने की मांग की है। संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि शिक्षा विभाग और अमान्य स्कूलों के बीच साठगांठ की वजह से राजकीय व अनुदानित स्कूलों में छात्र संख्या खासी कम हो गई है(दैनिक जागरण,लखऩऊ,2.8.11)।

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