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12 अगस्त 2011

मध्यप्रदेशःशिक्षा सचिव ने कहा,पढ़ाओ वरना नौकरी छोड़ो

कक्षाएं नहीं लेने वाले शिक्षक अपनी आदतें सुधारें या फिर नौकरी से इस्तीफा दे दें। ये दो टूक चेतावनी उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव बीपी सिंह ने दी।

उन्होंने शासकीय कॉलेजों में पढ़ाई नहीं होने तथा आर्थिक अनियमितताओं पर प्राचार्यो को कड़ी फटकार लगाई और कहा कि जहां गड़बड़ी पाई गई, वहां के प्राचार्यो के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव श्री सिंह ने गुरुवार को मोतीमहल स्थित मान सभागार में ग्वालियर-चंबल संभाग के शासकीय कॉलेजों के प्राचार्यो की समीक्षा बैठक ली तथा बाद में दो कॉलेजों का निरीक्षण किया।


पीएस के साथ उच्च शिक्षा आयुक्त वीएस निरंजन व ओएसडी डॉ केएम जैन भी उपस्थित थे। पीएस ने कहा कि अंचल के अधिकांश शासकीय कॉलेजों में गंदगी है, शिक्षक समय पर कक्षाएं नहीं लेते। उन्होंने कहा कि कई कॉलेजों में आर्थिक व अन्य गड़बड़ियां मिली हैं। 
इनमें आलमपुर, सेवढ़ा, दतिया और डबरा के प्राचार्यो से स्पष्टीकरण मांग गया है। पीएस ने कहा कि कुछ शिक्षक छात्रों के प्रोजेक्ट बाजार में बेच रहे हैं, ऐसे शिक्षकों को चिह्न्ति कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि छात्र संघ चुनाव सितंबर में होंगे।

सेमेस्टर कोर्स अब 70 दिन का: 

पीएस ने कहा कि सेमेस्टर सत्र को पटरी पर लाने के लिए 90 दिन का सेमेस्टर कोर्स 70 दिन में खत्म किया जाएगा। कक्षा का समय 40 मिनट से बढ़ाकर 55 मिनट किया जा रहा है। इस संबंध में आदेश जारी किए जाएंगे। 

उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी को 30 जून तक द्वितीय सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम जारी करने होंगे। एक सेमेस्टर में एक ही सीसीई की व्यवस्था की जाएगी, इससे समय की बचत होगी।

कुलपति से की मुलाकात: 

दो कॉलेजों का निरीक्षण करने के बाद पीएस एवं आयुक्त ने जेयू के कुलपति प्रो. एम किदवई से मुलाकात की। प्रो. किदवई ने यूनिवर्सिटी का बजट बढ़ाने तथा 89 दिवसीय कर्मचारियों के स्थायीकरण की मांग की।

कॉलेजों में मिलीं खामियां

पीएस एवं उच्च शिक्षा आयुक्त समीक्षा बैठक खत्म होते ही दोपहर 2.30 बजे सीधे झलकारी बाई कॉलेज पहुंचे। यहां गंदगी देख उन्होंने प्राचार्य से नाराजगी जाहिर की। इसके बाद उन्होंने विजयाराजे सिंधिया गल्र्स कॉलेज का निरीक्षण किया। यहां भी उन्हें खामियां मिली। 

उधर ओएसडी डॉ. केएम जैन ने आदर्श विज्ञान कॉलेज एवं केआरजी कॉलेज का निरीक्षण किया। उन्होंने शिक्षकों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने के निर्देश दिए। 

तीन माह बाद फिर करेंगे निरीक्षण

तीन माह बाद फिर कॉलेजों का औचक निरीक्षण किया जाएगा। इस दौरान यदि कॉलेजों में सुधार नहीं हुआ तो संबंधित प्राचार्य के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बीपी सिंह, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा(दैनिक भास्कर,ग्वालियर,12.8.11)

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