प्रदेश के जिला शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) के शिक्षकों को अब सरकारी प्राथमिक स्कूलों को गोद लेना अनिवार्य होगा। इसमें प्रत्येक शिक्षक को पांच-पांच शाला गोद लेना होंगी और पूरे सत्र उसकी मानीटरिंग करना होगी।
इनके गोद लिए स्कूलों की प्रगति की रिपोर्ट हर महीने शिक्षा विभाग लेगा। स्कूल शिक्षा विभाग ने आला अफसरों व शिक्षकों के लिए स्कूलों को गोद देने की योजना लागू की है, किंतु इसमें अभी तक डाइट शिक्षकों के लिए बाध्यता नहीं थी। अब राज्य शिक्षा केंद्र ने आदेश दिए हैं कि प्रत्येक डाइट फैकल्टी के लिए पांच-पांच सरकारी शाला गोद लेना अनिवार्य होगा। इसके तहत करीब चार हजार शालाओं को डाइट फैकल्टी गोद लेंगे। शिक्षा केंद्र ने आदेश दिए हैं कि इन फैकल्टी को हर महीने तीस तारीख तक अपने स्कूलों की प्रगति रिपोर्ट बनाकर भी देना होगी। यह व्यवस्था सतत् व्यापक मूल्यांकन के लिए की जा रही है। शिक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि गोद लेने वाली शालाओं के विकास की जिम्मेदारी उनकी होगी।
शिक्षकों को इन शालाओं के परीक्षा परिणाम से लेकर शैक्षणिक गुणवत्ता तक के लिए जिम्मेदार माना जाएगा। किसी शाला में यदि संस्थागत आवश्यकता है, तो संबंधित शिक्षक डाइट और शिक्षा केंद्र को भी प्रस्ताव भेज सकेंगे(नई दुनिया,भोपाल,3.8.11)।
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