पंजाब यूनिवर्सिटी में लंबे समय से खाली पड़े पदों की गूंज अब सिंडिकेट में भी सुनाई दे रही है। रविवार को हुई सिंडिकेट की मीटिंग में इन पदों को न भरे जाने को लेकर सिंडिकेट मेंबरों और पीयू वीसी प्रो. आरसी सोबती के बीच तीखी बहस हो गई।
बहस इस हद तक बढ़ गई कि सिंडिकेट मेंबर डॉ. रविंद्र नाथ शर्मा सिंडिकेट की बैठक से वॉकआउट करने के लिए उठ गए। लेकिन दूसरे मेंबरों के हस्तक्षेप के बाद वॉकआउट तो टल गया। आखिर में वीसी प्रो. आरसी सोबती को कहना पड़ा कि इन खाली पड़े पदों को भरने के लिए वह कोई तय समय सीमा नहीं बता सकते।
कब भरे जाएंगे खाली पद
सिंडिकेट में डॉ. रविंद्र नाथ शर्मा ने जानना चाहा कि पीयू में कई पदों को भरने की प्रक्रिया कब पूरी होगी। इस वक्त पीयू में कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन, रजिस्ट्रार, डीन कॉलेज डेवलपमेंट काउंसिल, डायरेक्टर पब्लिक रिलेशन जैसे अहम पद खाली पड़े हैं।
डॉ. शर्मा के सवाल उठाते ही वीसी ने कहा कि वह यह बताने की स्थिति में नहीं है कि यह पद कब तक भरे जाएंगे। इस पर डॉ. शर्मा ने आपत्ति जताई कि बतौर सिंडिकेट मेंबर उन्हें यह जानने का हक है कि यह पद कब भरे जाएंगे क्योंकि इन पदों पर रेगुलर नियुक्ति के बजाय एडहॉक से काम चलाया जा रहा है। इस पर बहस शुरू हो गई। बहस बढ़ने की वजह से डॉ. शर्मा वॉकआउट के लिए उठे तो दूसरे मेंबरों ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद मेंबरों के हस्तक्षेप के बाद यह विवाद शांत हुआ।
डीपीआर के लिए आई रिपोर्ट पर फैसला नहीं
पीयू के डायरेक्टर पब्लिक रिलेशन के पद के लिए नए सिरे से योग्यता तय करने पर सिंडिकेट की मीटिंग में कोई फैसला नहीं हो पाया। कमेटी की सिफारिशों के मुताबिक इस पद टीचिंग या जर्नलिज्म का 5 साल का अनुभव रखने वाले उम्मीदवार दावेदारी कर सकते हैं। लेकिन सिंडिकेट मेंबरों ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह पद पूरी तरह से प्रोफेशनल है और इसे टीचिंग से अलग रखा जाए। इसलिए फिलहाल कमेटी की सिफारिशों पर कोई फैसला नहीं हो पाया(दैनिक भास्कर,चंडीगढ़,1.8.11)।
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