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01 अगस्त 2011

महाराष्ट्रःइंजीनियरिंग की खाली सीटों को भरने के लिए एआईसीटीई का नया फार्मूला

पॉलिटेक्निक और इंजीनियरिंग की खाली जा रही सीटों को भरने के लिए अखिल भारतीय तकनीक शिक्षा परिषद ने एक और नया फार्मूला निकाला है, जिसके तहत कक्षा 12 वीं विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों को पॉलिटेक्निक पाठ्यक्रम के द्वितीय वर्ष में सीधे प्रवेश दिया जाएगा। साथ ही बी. एससी के बाद विद्यार्थियों को सीधे इंजीनियरिंग द्वितीय वर्ष में दाखिला देने का प्रस्ताव है। इन दोनों प्रस्ताव को राज्य तकनीकी शिक्षा परिषद ने मान्य कर लिया है।


देश के दूसरे राज्यों में प्रस्ताव को अगले शैक्षणिक सत्र से लागू किया जाने वाला है, जबकि महाराष्ट्र में इसी शैक्षणिक सत्र से लागू करने का फैसला निदेशालय ने लिया है। भास्कर को मिली जानकारी के मुताबिक निदेशालय ने अपने सभी विभागीय कार्यालयों के सहनिदेशकों को आदेश जारी कर दिया है, जिसमें बताया गया है कि इन दोनों पाठ्यक्रमों की सीटों को कैसे भरना है।

एआईसीटीई का है फैसला

यह पूरा फैसला एआईसीटीई का है। फैसले के बाद निदेशालय को एक प्रस्ताव भेजा था, जिसे मान्य कर लिया गया है। इससे विद्यार्थियों को ही फायदा होगा। खास कर उन विद्यार्थियों का जिन्हें कड़े नियमों के कारण गत वर्ष इंजीनियरिंग में दाखिला नहीं मिल पाया था। 

डा. आर. एस. नायडू, सहनिदेशक, तकनीकी शिक्षा निदेशालय 

नहीं हुआ कोई फायदा

शैक्षणिक प्रवेश पात्रता में भारी छूट देने के बावजूद भी दोनों पाठ्यक्रम में विद्यार्थियों का टोटा बना हुआ है। गत वर्ष इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम की 6 हजार सीटें रिक्त रह गई थीं। इसके बाद राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय समेत राज्य के अन्य विश्वविद्यालयों के इंजीनियरिंग प्रथम वर्ष के नतीजे बेहद खराब आए हैं। विवि का प्रथम वर्ष का परिणाम 34 फीसदी रहा था। इसी तरह पॉलिटेक्निक पाठ्यक्रम की गत वर्ष 8 हजार सीटें खाली थीं। इस वर्ष प्रथम वर्ष के नतीजे शासकीय पॉलिटेक्निक कालेज समेत अन्य कालेजों के 30 फीसदी के आसपास रहे। इस वर्ष दोनों ही पाठ्यक्रम की प्रथम वर्ष की रिक्त सीटों की संख्या का ग्राफ और बढ़ने के पूरे आसार हैं। कैप राउंड के बाद राज्य में इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम की 75 हजार सीटें और विवि से संबद्ध महाविद्यालयों में 10 हजार सीटें रिक्त हैं। इसी तरह संभाग में पॉलिटेक्निक की 9 हजार सीटें रिक्त होने केआसार हैं। 

जल्द जारी होगी अधिसूचना

प्राप्त जानकारी के मुताबिक सीधे द्वितीय वर्ष में इंजीनियरिंग व पालिटेक्निक पाठ्यक्रम में कैप राउंड खत्म होने के बाद कक्षा 12 वीं और बी. एससी के विद्यार्थियों को अलग-अलग प्रवेश प्रक्रिया के मार्फत प्रवेश दिया जाएगा। इस संबंध में निदेशालय की ओर से जल्द ही अधिसूचना जारी की जाएगी। ताकि विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम के लिए होने वाली प्रवेश प्रक्रिया की सूचना मिल सके। उल्लेखनीय है कि दोनों ही पाठच्यक्रमों की रिक्त सीटों को भरने के लिए एआईसीटीई ने पहले पॉलिटेक्निक पाठ्यक्रम में दाखिले की शैक्षणिक पात्रता 50 फीसदी अंकों से घटाकर सीधे 35 फीसदी अंक कर दिया था। उसके बाद इंजीनियरिंग पाठच्यक्रम की प्रवेश पात्रता 50 से घटाकर सीधे 40 फीसदी अंक कर दी गई थी। इसके साथ ही पीसीएम ग्रुप में भी छूट दे दी गई थी(आशीष दुबे,दैनिक भास्कर,नागपुर,1.8.11)।

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