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05 अगस्त 2011

उत्तराखंडःचतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की पदोन्नति के अवसर बढ़े

प्रदेश के हजारों चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की पदोन्नति के अवसर बढ़ गए है। उन्हें राज्य कर्मचारियों की भांति सुनिश्चित करियर प्रोन्नयन (एसीपी) का लाभ एक सितंबर 2008 से लागू कर दिया गया है। इसके तहत कर्मचारियों को 10, 18 व 26 वर्ष की सेवा पर स्वत: पदोन्नति मिल जाएगी। इसका सबसे अधिक लाभ उन चतुर्थ कर्मचारियों को मिलेगा जो सितबंर 2008 के बाद सेवानिवृत्त हुए या जिनकी इस वर्ष सेवा को 26 वर्ष हो चुके हैं। अपर सचिव वित्त शरद चंद्र पांडे ने बताया कि इसके लिए एरियर नहीं दिया जाएगा। राज्य कर्मचारियों को एक सुनिश्चित अवधि के बाद पदोन्नति दी जाती है, लेकिन उच्च पद (पदोन्नति वाला पद) रिक्त न होने की स्थिति में उन्हें उच्च वेतनमान दे दिया जाता है। इसके लिए पहले समय मान वेतनमान व्यवस्था लागू थी। जिसके तहत 14 व 24 वर्ष की सेवा के बाद कार्मिकों को पदोन्नति वाला वेतनमान दे दिया जाता था। जनवरी 200 से छठा वेतनमान लागू होने के बाद वर्ष 2008 में समयमान वेतनमान की व्यवस्था समाप्त कर उसके स्थान पर एसीपी लागू कर दिया गया। जिसके तहत 10, 18 व 26 वर्ष की सेवा अवधि में तीन पदोन्नतियां मिलनी सुनिश्चित हो गई। प्रदेश के सभी कर्मचारियों को इसका लाभ दिया जाने लगा। प्रदेश में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को वेतनबैंड रुपए 4440- 7440 ग्रेड वेतन 1400, दूसरा वेतनबैंड रुपए 5200-20200 ग्रेड वेतन 1800 व वेतनबैंड 5200-20200 ग्रेड वेतन 2000 दिया जा रहा था। विगत दिनों चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की ओर से वेतनमान व ग्रेड पे में संशोधन की मांग की गई। इनकी मांगों को मानते हुए सरकार ने इनको दिए जाने वाले वेतनबैंड व ग्रेड वेतन में संशोधन कर दिया। इसके तहत इनके तीनों वेतनबैंड को एक करते हुए रुपए 5200-20200 ग्रेड वेतन 1800 दिया जाना 24 मार्च 20011 को लागू कर दिया। इसके साथ ही इनके लिए एसीपी की व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया है। इससे नाराज चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की ओर से एसीपी लागू करने के लिए सरकार पर दबाव बनाया गया। तो उन्हें 24 मार्च 2011 से एसीपी दिए जाने के निर्देश दिए गए। जबकि अन्य राज्य कर्मचारियों को सितंबर 2008 से इसका लाभ दिया जा रहा है। इस दोहरी व्यवस्था पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने प्रश्न उठाए । वृहस्पतिवार को वित्त विभाग की ओर से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को भी एक सितंबर 2008 से एसीपी लागू कर दिया गया है। इसके तहत इन्हें अब 10 वर्ष की सेवा के बाद ग्रेड वेतन 1900, 18 वर्ष की सेवा के बाद ग्रेड वेतन 2000 व 24 वर्ष की सेवा के उपरान्त 2400 ग्रेड वेतन दिया जाएगा(राष्ट्रीय सहारा,देहरादून,5.8.11)।

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