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19 अगस्त 2011

असिस्टेंट लोको पायलट परीक्षा

रेलवे ने असिस्टेंट लोको पायलट के लिए 16595 रिक्त पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। इच्छुक आवेदक इसके लिए आवेदन कर रेलवे में जॉब पाने के अपने सपने को सच कर सकते हैं। जॉब से संबंधित अधिक जानकारी के लिए आप हिन्दुस्तान जॉब्स के इस सप्ताह के अंक को देख सकते हैं। परीक्षा की तैयारी कैसे करें, यहां इस बारे में बताया जा रहा है।

इन बातों का रखें ध्यान
निगेटिव मार्किंग के कारण प्रश्नों का उत्तर ध्यान से दें
शुरू से ही स्पीड मेंटेन करने की कोशिश करें
कोई प्रश्न नहीं आता तो दूसरे प्रश्न को हल करें
परीक्षा से पूर्व दिमाग पूरी तरह से कूल रखें
पिछले कुछ साल के पेपरों को हल करें
रेगुलर प्रैक्टिस को अमल में लाएं
आवेदन की अंतिम तिथि- 12 सितम्बर 2011
परीक्षा की तिथि व स्थान- बाद में घोषणा होगी
भारतीय रेल हमेशा से देश के युवाओं को बड़ी संख्या में जॉब उपलब्ध करवाने वाली रही है। समय-समय पर इसकी विभिन्न शाखाओं से संबंधित रिक्तियों के लिए आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं, पर इस बार जितनी रिक्तियों के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं, वे देश के अनेक बेरोजगार युवाओं के रोजगार प्राप्त करने के सपनों को साकार करने में सक्षम हैं। रेलवे ने असिस्टेंट लोको पायलट के 16,595 पदों की भर्ती के लिए आवेदन मांगे हैं।

हादसों को रोकने व रेलवे की व्यवस्था को सुचारु रूप से चलाने के लिए रेल मंत्रालय ने विभिन्न पदों पर इस बंपर भर्ती प्रक्रिया को शुरू किया है। इन पदों के लिए निकाली गई इन रिक्तियों का नोटिफिकेशन जारी हो चुका है। रेलवे अपने 21 भर्ती बोर्डो के जरिए इन पदों को भरने का कार्य करेगा।
योग्यता 
असिस्टेंट लोको पायलट के लिए वही छात्र योग्य माने जाएंगे, जिन्होंने मैट्रिक अथवा उसके समकक्ष कोई योग्यता हासिल की हो। इसके अलावा संबंधित विभिन्न ट्रेडों में आईटीआई डिग्री या एआईसीटीई से मान्यताप्राप्त डिप्लोमा सर्टिफिकेट अनिवार्य है। शैक्षिक योग्यता के साथ-साथ छात्रों के लिए आयु-सीमा का भी बंधन रखा गया है। इसके तहत उनकी आयु 18-30 वर्ष के बीच होनी चाहिए। आरक्षित श्रेणी के छात्रों को नियमानुसार छूट का भी प्रावधान है।
परीक्षा तीन चरणों में
असिस्टेंट लोको पायलट बनने का सपना तभी पूरा हो पाता है, जब उम्मीदवार बोर्ड द्वारा आयोजित तीनों चरणों को पार कर ले। ये तीन चरण निम्न हैं-
रिटन टेस्ट
एप्टीटय़ूड टेस्ट 
डॉक्यूमेंट की जांच
ऑब्जेक्टिव प्रश्न और निगेटिव मार्किंग
इस परीक्षा में कुल 120 प्रश्न पूछे जाते हैं तथा उनके लिए डेढ़ घंटे का समय निर्धारित होता है। प्रश्नों का स्वरूप ऑब्जेक्टिव होता है तथा उनके माध्यम हिन्दी और अंग्रेजी सहित कई क्षेत्रीय भाषाओं में भी होंगे। इस परीक्षा में निगेटिव मार्किंग का प्रावधान किया गया है यानी तीन गलत उत्तर देने पर एक सही उत्तर के अंक काट लिए जाएंगे। रिटन टेस्ट में सफल होने के बाद ही एप्टीटय़ूड टेस्ट में बैठने का मौका मिलता है। प्रश्न जनरल अवेयरनेस, अर्थमेटिक्स, जनरल इंटेलीजेंस और रीजनिंग, जनरल साइंस और संबंधित टेक्निकल योग्यता से जुड़े पूछे जाते हैं। इनका लेवल दसवीं का ही होता है।
एनसीईआरटी की किताबें सहायक
सामान्य अध्ययन एवं अन्य विषयों के अध्ययन के लिए एनसीईआरटी की किताबें सबसे उपयुक्त मानी जाती हैं। इनके प्रश्नों में मुख्य रूप से इतिहास, राजव्यवस्था, भूगोल, अर्थव्यवस्था सहित करेंट अफेयर्स आदि शामिल होते हैं। इसी तरह से विज्ञान के सेक्शन में भौतिकी व रसायन विज्ञान से संबंधित प्रश्न होते हैं।
प्रेजेंस ऑफ माइंड की दरकार
जनरल इंटेलिजेंस एवं रीजनिंग के प्रश्नों को तभी हल किया जा सकता है, जब उम्मीदवार अपने प्रेजेंस ऑफ माइंड का तत्परता से प्रयोग करेंगे। तर्कशक्ति के प्रश्नों में वर्बल और नॉन वर्बल, दोनों तरह के प्रश्न शामिल होते हैं, जिसमें मुख्य रूप से क्लाक, मैच फंडिंग, कैलेंडर आदि शामिल होते हैं। रेगुलर प्रैक्टिस के जरिए इन प्रश्नों पर पकड़ बनाई जा सकती है।
फॉर्मूलों को प्रयोग में लाएं
मैथ्स में पूछे गए प्रश्न दसवीं लेवल के होते हैं तथा इनमें मुख्य रूप से लाभ-हानि, ज्यामिति, समय-दूरी, त्रिकोणमिति, वर्ग, प्रतिशत शामिल होते हैं। इन प्रश्नों को हल करने के लिए फॉर्मूलों को लगातार प्रयोग में लाना आवश्यक है। इस सेक्शन को रटने की बजाए निरंतर अभ्यास से हल करने की कोशिश करें।
साइंस एवं टेक्निकल एबिलिटी पर फोकस
पूर्व में पूछे गए प्रश्नों को देखने पर स्पष्ट है कि इसमें साइंस एवं टेक्निकल एबिलिटी के प्रश्न भी स्कोरिंग होते हैं। कुछ प्रश्न अंग्रेजी के भी हो सकते हैं। विज्ञान में भौतिकी व रसायन के साथ-साथ रेलवे से जुड़े कुछ तकनीकी शब्दों एवं उनके पहलुओं की जानकारी हासिल करें।
अधिक जानकारी के लिए बोर्ड की वेबसाइट www.indianrail.gov.in विजिट करें(संजीव कुमार सिंह,हिंदुस्तान,दिल्ली,17.8.11)।

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