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05 अगस्त 2011

यूपीःबोर्ड परीक्षा फार्मों पर भी है चौकस निगाह

फर्जी स्कूलों पर कार्रवाई को रफ्तार देने का प्रयास कर रहे शिक्षा विभाग ने बोर्ड परीक्षा फार्मों पर भी नजर गड़ा दी है। वर्ष 2012 के लिए कॉलेजों से परीक्षार्थियों का ब्योरा मांगा जा रहा है। इसमें जिन निजी विद्यालयों में परीक्षार्थियों की अधिक संख्या नजर आएगी, उनका भौतिक सत्यापन कराया जाएगा। शिक्षकों द्वारा मुद्दा उठाने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी भी अब सतर्कता बरत रहे हैं। माध्यमिक शिक्षक संघ ने फर्जी स्कूलों के साथ उन मान्यता प्राप्त विद्यालयों को भी कार्रवाई के दायरे में लाने की मांग की थी, जो अमान्य स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को अपने यहां पंजीकृत करा के परीक्षा दिलाते हैं। इसकी पहचान का तरीका भी शिक्षकों ने सुझाया था कि गलियों के छोटे-छोटे भवनों में चल रहे स्कूलों में यदि बोर्ड परीक्षार्थियों की ज्यादा संख्या नजर आए तो स्कूल का भौतिक सत्यापन भी होना चाहिए। संघ के प्रांतीय महामंत्री डॉ. आरपी मिश्र बताते हैं कि बोर्ड ने भी यह आदेश दे रखा है लेकिन बीते वर्षों में इसे नजरअंदाज किया जाता रहा है। इस बार इस मामले में अधिकारी सतर्कता बरतने का दावा कर रहे हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक उमेश कुमार त्रिपाठी बताते हैं कि बोर्ड परीक्षा फार्म राजधानी में आ चुके हैं। कॉलेजों से विद्यार्थियों की संख्या का चालान मांगा जा रहा है। इसमें दर्ज संख्या के अनुसार फार्म कॉलेजों को अगले कुछ दिनों में सौंप दिए जाएंगे। इस दौरान निजी स्कूलों में बोर्ड परीक्षार्थियों की संख्या पर खास नजर रखी जाएगी। कल से होगी कार्रवाई अधिकारियों को फर्जी स्कूलों की सूची सौंपने के बाद कार्रवाई का इंतजार कर रहे माध्यमिक शिक्षकों को अभी इसके लिए और प्रतीक्षा करनी होगी। एक स्कूल पर एफआइआर के बाद शिक्षा विभाग की रफ्तार सुस्त नजर आ रही है। शिक्षकों ने कुल 281 अमान्य स्कूलों की सूची सौंपी है लेकिन अधिकारी दो दिनों में सिर्फ एक स्कूल की ही जांच कर पाए हैं, जबकि बोर्ड परीक्षा फार्म भरने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। जिला विद्यालय निरीक्षक उमेश कुमार त्रिपाठी बताते हैं कि शनिवार से अभियान तेज होगा(दैनिक जागरण,लखनऊ,5.8.11)।

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