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05 अगस्त 2011

छत्तीसगढ़ःनिजी इंजीनियरिंग कॉलेजों ने पहले मोटी फीस ली, अब अकड़

तय फीस से ज्यादा शुल्क लेने वाले तीन दर्जन से ज्यादा कॉलेजों राज्य सरकार के आदेश को भी भाव नहीं दे रहे।तकनीकी शिक्षा संचालनालय ने तीन सप्ताह पहले ऐसे कॉलेजों को नोटिस जारी की। अब तक एक भी कॉलेज ने नोटिस का जवाब नहीं दिया। प्रवेश एवं फीस विनियामक समिति की अनुशंसा पर तकनीकी शिक्षा विभाग ने निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों की फीस तय की थी। आरोप है कि कुछ निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों ने वर्ष 2010-11 और 2011-12 के लिए तय की गई फीस से कहीं ज्यादा राशि वसूल की है। इस मुद्दे को लेकर अब तकनीकी शिक्षा संचालनालय सख्ती करने के मूड में है।

ज्यादा फीस लेने के बावजूद प्राइवेट कॉलेज अब फीस वापस करने में आनाकानी कर रहे हैं। तकनीकी शिक्षा संचालनालय को लगातार शिकायतें मिलने के बाद ऐसे सभी कॉलेजों को नोटिस जारी की गई, लेकिन किसी भी कॉलेज ने नोटिस का जवाब तक देना उचित नहीं समझा। संचालनालय अब ऐसे कॉलेजों पर कड़ी कार्रवाई करने का मन बना रहा है। गौरतलब है कि संचालनालय ने कॉलेजों में प्रवेश लेने वाले हजारों छात्रों की दी गई फीस की रसीद उपलब्ध करवाने को कहा है, लेकिन किसी भी कॉलेज ने फीस संबंधी विवरण अब तक विभाग को नहीं भेजा है। ज्यादा फीस लेने को लेकर हाल ही छात्र संगठनों की ओर से संचालनालय में प्रदर्शन किया गया था। इसमें एनएसयूआई, राष्ट्रवादी छात्र कांग्रेस और युवा कांग्रेस शामिल थे।

लाखों रुपए वापस करने होंगे
निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों की ओर से प्रवेश लेने वाले छात्रों से 30 से 50 हजार रुपए तक की वसूली की गई। प्रवेश एवं फीस विनियामक समिति की ओर से प्रत्येक वर्ष के लिए 22 से 25 हजार रुपए की फीस निर्धारित की गई है। ऐसे में प्रत्येक कॉलेज को लाखों रुपए छात्रों को वापस करने होंगे।

हालांकि कई कॉलेजों ने अतिरिक्त फीस को अगले साल तक फीस में समायोजित करने का सुझाव भी छात्रों और संचालनालय को दिया है। अब तक इस प्रस्ताव पर कोईफैसला नहीं हो सका है। 
संचालनालय की ओर से जारी की गई नोटिस में निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों को जवाब देने की समय सीमा तय नहीं की गई है। ऐसे में कॉलेज जवाब देने में अनावश्यक देरी कर रहे हैं। 

निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों के संचालकों की कोशिश है कि काउंसिलिंग के खत्म होते तक मामला ठंडे बस्ते में रहे ताकि इसका असर नए छात्रों पर न पड़ सके। ज्यादातर कॉलेजों की कोशिश है कि अतिरिक्त फीस का समायोजन कर छात्रों को फीस वापस ही न की जाए। इससे छात्र भी उसी कॉलेज में पढ़ने को बाध्य रहेंगे। 
कॉलेजों के सामने करेंगे प्रदर्शन : रायपुर लोकसभा युवा कांग्रेस के अध्यक्ष विनोद तिवारी ने बताया कि बढ़ी हुई फीस वापस कराने के लिए युवा कांग्रेस अब सभी निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों के बाहर उग्र प्रदर्शन करेगा। उन्होंने तकनीकी शिक्षा संचालनालय में सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी है कि किस कॉलेज को कितने छात्रों की, कितनी फीस लौटानी है। श्री तिवारी ने प्राइवेट कॉलेजों पर आरोप लगाया कि सीटें नहीं भरने की वजह से उनके संचालक बढ़ी हुई फीस वापस करने में आनाकानी कर रहे हैं। 
इसकी शिकायत राज्यपाल से भी की जाएगी(दैनिक भास्कर,रायपुर,5.8.11)।

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