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01 अगस्त 2011

छत्तीसगढ़ःबिना सूचना स्थगित की नर्सिंग परीक्षा, अभिभावकों ने मचाया हंगामा

व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) द्वारा बिना सूचना बीएससी नर्सिंग एडमिशन टेस्ट की तिथि आगे बढ़ा दिए जाने से 150 से ज्यादा छात्राओं और पालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। रविवार सुबह सात बजे जब पालकों के साथ परीक्षार्थी कॉलेज पहुंचीं तो दरवाजे पर ताला लटका मिला।

परीक्षा स्थगित किए जाने के बारे में न वहां कोई सूचना थी, न ही इसकी जानकारी देने वाला कोई व्यक्ति। छात्राएं और पालकों ने काफी देर इंतजार किया और उसके बाद हंगामा शुरू कर दिया। 10.30 बजे के आसपास जब साइंस कॉलेज के प्राचार्य पहुंचे तो मामला किसी तरह शांत हुआ।

पूछताछ में पता चला कि व्यापमं ने बीएससी नर्सिग की परीक्षा की तिथि 31 जुलाई से बढ़ाकर सात अगस्त कर दी है। इसकी सूचना परीक्षार्थियों के अलावा कोआर्डिनेशन सेंटर साइंस कॉलेज प्रबंधन तक को नहीं थी। छात्राओं ने बताया कि उनको व्यापमं द्वारा जारी किया गया प्रवेश पत्र तक नहीं मिला है।

सूचना नहीं मिलने की वजह से परीक्षा की तैयारी करके छात्राएं सुबह से ही साइंस कॉलेज पहुंच गईं। सुबह 10.30 बजे कॉलेज का एक कर्मचारी नोटिस बोर्ड में परीक्षा की बदली तिथि लिखने पहुंचा, तो पालकों ने इसका विरोध करते हुए वहां से खदेड़ दिया। कुछ लोगों ने नोटिस बोर्ड को नुकसान पहुंचाया।


नागपुर से छुट्टी लेकर आए थे : 

प्री टेस्ट देने वाली छात्राओं में ऐसी भी छात्राएं थीं, जिनके माता-पिता छत्तीसगढ़ से बाहर नौकरी करते हैं। वे विशेष रूप से अपनी बेटी को परीक्षा दिलाने के लिए राजधानी पहुंचे थे। खुर्सीपार भिलाई की के. प्रीति के पिता नागपुर में नौकरी करते हैं। वे छुट्टी लेकर आए थे। परीक्षा नहीं होने से वे काफी मायूस दिखे। 

ऐसा ही हाल जोसेफ राजू का था। भिलाई के पालक एलआर साहू ने कहा कि व्यापमं की लापरवाही के कारण सभी को परेशानी हुई। कोआर्डिनेशन सेंटर वालों को ही बदली परीक्षा तिथि की जानकारी नहीं थी तो दूरदराज से आए पालकों को इसकी जानकारी कैसे हो सकती है। 

धनोरा दुर्ग से आए पालक दयाराम साहू ने बताया कि प्रवेश पत्र नहीं मिलने के कारण वे सुबह ही साइंस कॉलेज पहुंच गए थे। भिलाई की प्रणिमा ने कहा कि व्यापमं की लापरवाही से उन्हें व उनके पिता को इतनी परेशानी उठानी पड़ी।

"बीएससी नर्सिग की परीक्षा तिथि बदलने की जानकारी अखबारों के माध्यम से दे दी गई थी। हो सकता है पालकों को इसकी जानकारी नहीं रही हो। प्रवेश पत्र दो-तीन दिन तक छात्राओं के दिए गए पते पर पहुंच जाएंगे। अगर प्रवेश पत्र न मिले तो मंडल की वेबसाइट से इसे डाउनलोड किया जा सकता है।" 

डॉ. प्रदीप चौबे, नियंत्रक व्यावसायिक परीक्षा मंडल

"व्यावसायिक परीक्षा मंडल ने हमें परीक्षा तिथि बदलने की कोई सूचना नहीं दी थी। यही कारण रहा कि हम नोटिस बोर्ड में सूचना चस्पा नहीं कर पाए। हमें पहले से पता होता तो पालकों व छात्राओं को इतनी परेशानी उठानी नहीं पड़ती।"

डॉ. केएन बापट, प्राचार्य साइंस कॉलेज(दैनिक भास्कर,रायपुर,1.8.11)

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