महाराष्ट्र यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज (एमयूएचएस) ने नागपुर शासकीय नर्सिग कालेज में बीएससी (नर्सिग)के लिए शैक्षणिक सत्र 2011-12 के लिए दखिले पर लगी रोक हटा दी है। कालेज में बीएससी(नर्सिग)की 50 सीटें हैं।
मेडिकल कालेज के अधिष्ठाता डॉ. राजाराम पोवार ने बताया कि चिकित्सा शिक्षा सचिव द्वारा सभी रिक्त पदों के भरे जाने के आश्वासन के बाद शनिवार को एमयूएचएस प्रशासन ने नागपुर नर्सिग कालेज में बीएससी (नर्सिग) में दाखिले पर लगाई रोक हटा ली है।
एमयूएचएस की ओर से इस बारे में नागपुर मेडिकल कालेज के अधिष्ठाता और नर्सिग कालेज को सूचित कर दिया गया है। गौरतलब है कि नागपुर शासकीय नर्सिग कालेज में 70 प्रतिशत से अधिक पद खाली हैं।
इनमें कालेज के प्राचार्य, उपप्राचार्य, सहायक प्रोफेसर, प्रशासनिक अधिकारी,टच्यूटर और ग्रंथपाल के पद भी शामिल हैं। चिकित्सा शिक्षा सचिव ने तीन महीने के भीतर इन सभी पदों को स्थाई रूप से भर लिए जाने का आश्वासन विश्वविद्यालय प्रशासन को दिया है।
मेडिकल कालेज का अक्यूपेशनल थेरेपी व फिजियोथेरेपी विभाग (ओटीपीटी) इस मामले में भाग्यशाली नहीं रहा। महाराष्ट्र यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज (एमयूएचएस) ने अभी तक मेडिकल कालेज के ओटीपीटी विभाग में शैक्षणिक सत्र 2011-12 के लिए दखिले पर लगी रोक नहीं हटाई है।
मेडिकल कालेज के अधिष्ठाता ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा सचिव इस संबंध में एमयूएचएस के आला अधिकारियों से अगले सप्ताह फिर मिलने वाले हैं। डॉ.पोवार ने कहा कि विश्वविद्यालय मेडिकल कालेज के ओटीपीटी विभाग की 30 सीटों के लिए कुछ शर्तो के साथ प्रवेश की अनुमति दे सकता है।
ओटीपीटी विभाग में एक प्रोफेसर, चार सहायक प्रोफेसर और प्रवक्ता के तीन पद खाली हैं(दैनिक भास्कर,नागपुर,2.8.11)।
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