मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

28 अक्तूबर 2011

हिमाचलःसरकारी नौकरी छोड़कर राजनीति में भाग्य आजमाने का उठा रहे रिस्क

प्रदेश सरकार के अफसरों में राजनीति करने का शौक बढ़ने लगा है। जिला किन्नौर में हाल ही तक एडीसी पद पर कार्यरत रहे एचएएस अफसर एचआर चौहान ने सक्रिय राजनीति में कदम रखा है। अभी तक उन्हें सत्तारूढ़ भाजपा ने विधिवत रूप से पार्टी का उम्मीदवार घोषित नहीं किया है मगर एचआर चौहान जोखिम लेकर सियासत में कूद गए हैं।


सरकारी नौकरी छोड़कर प्रदेश की राजनीति में भाग्य आजमाने वालों में बुजुर्ग नेता प. सुखराम से लेकर गोविंद शर्मा का नाम शामिल है। शिमला संसदीय क्षेत्र से सांसद वीरेंद्र कश्यप शिक्षा विभाग में लेक्चरर रह चुके हैं। राजनीति को जनसेवा या फिर व्यावसायिकता के आधार पर लेने वाले अफसर चुनावी राजनीति से जुड़ने के लिए लालायित है। एचएएस नौकरी छोड़कर सियासत में भाग्य आजमाने वालों में एचएन कश्यप का नाम ऐसा है, जब कांग्रेस सरकार थी तो पार्टी ने टिकट दिया। 2009 के लोकसभा चुनाव में एचएन आउट हुए और उनकी जगह वीरेंद्र कश्यप को मिली। पुलिस में आईपीएस एएन शर्मा को नादौन से टिकट नहीं मिला था।

कई दिग्गज नेता रहे चुकें है कर्मी
सुखराम ने छोड़ी थी नौकरी: 1996 में दूरसंचार घोटाले से सुर्खियों में रहने वाले पूर्व मंत्री सुखराम राजनीतिक में कदम रखने से पहले मंडी नगर परिषद में नौकरी करते थे। नौकरी छोड़कर सियासत में आए सुखराम ताकतवर नेता रहे हैं। मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल रह चुके सुखराम ने कांग्रेस का सत्ता में आने का रास्ता रोका था।

धीमान स्कूल प्रिंसिपल रहे: 
धूमल सरकार में नंबर थ्री मंत्री का रुतबा रखने वाले शिक्षा मंत्री आईडी धीमान स्कूल प्रिंसिपल रहे।

मुसाफिर, रूपदास व वीरेंद्र कश्यप; कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शामिल गंगूराम मुसाफिर राजनीति में आने से पहले वन विभाग में फारेस्ट गार्ड थे। एक के बाद एक कई चुनाव हारने के बाद जीत का स्वाद चखने वाले शिमला संसदीय सीट से सांसद वीरेंद्र कश्यप शिक्षा महकमे में शिक्षक रह चुके हैं। पूर्व मंत्री रूपदास कश्यप भी राजनीति में आने से पहले बतौर लिपिक काम करते रहे। कैप्टन आत्मा राम, मेजर विजय सिंह मनकोटिया सेना में सेवाएं दे चुके हैं(दैनिक भास्कर,शिमला,28.10.11)।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।