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13 अक्तूबर 2011

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालयःदस माह बाद भी नहीं निकला रिजल्ट

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की लापरवाही से बीटेक के हजारों छात्रों का भविष्य संकट में पड़ गया है। दस माह बाद भी अधिकतर कक्षाओं के रिजल्ट न निकलने से करीब सात हजार छात्र असमंजस में पड़ गए हैं।
प्रशासन यूनिवर्सिटी के सम्मेलनों में तो कोई कमी नहीं छोड़ना चाहता, लेकिन जब छात्रों की बात आती है तो लापरवाही बरती जाती है। आए दिन दर्जनों छात्र मजबूर होकर यूनिवर्सिटी की सीक्रेसी ब्रांच में पहुंचकर रिजल्ट पता करवा रहे हैं। छात्रों के अनुसार दिसंबर माह में ली गई बीटेक तृतीय समेस्टर की परीक्षा का परिणाम दस माह से घोषित नहीं हो सका है।
इसके अलावा पांचवें और सातवें समेस्टर के रिजल्ट का भी कोई पता नहीं है। प्रशासन ने अब तक सिर्फ पहले समेस्टर का रिजल्ट निकाला है। एचपीयू के अलावा प्रदेश के आठ मान्यता प्राप्त निजी शिक्षण संस्थानों में बीटेक की पढ़ाई करवाई जाती है। रिजल्ट न निकलने से इन संस्थानों के छात्र असमंजस में फंसे हुए हैं।

अधिकतर कक्षाओं के रिजल्ट लगभग तैयार हैं और जल्द घोषित किए जाएंगे। छात्रों को घबराने की जरूरत नहीं है।
- डॉ. नरेंद्र अवस्थी, परीक्षा नियंत्रक  

पीजी में भी पिछड़े
हिमाचल यूनिवर्सिटी में अभी तक पीजी के परिणाम घोषित नहीं होने से छात्र हैरत में है। नवंबर से अगली परीक्षाएं भी शुरू होने जा रही हैं। एससीए का कहना है कि पीजी के छात्रों को परीक्षा दिए 100 दिन से अधिक समय हो चुका है जबकि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इस बार पीजी के परिणाम 45 दिनों के अंदर घोषित करने का दावा किया था। एससीए के अध्यक्ष पुनित धांटा ने कहा कि परिणाम में देर होने से छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है।

जून की परीक्षाओं के परिणाम भी लेट
जून में ली गई दूसरे, चौथे और छठे समेस्टर की परीक्षाओं के रिजल्ट भी चार माह बीतने के बाद भी घोषित नहीं हो पाए हैं। सिर्फ आठवें समेस्टर का रिजल्ट निकला है। प्रशासन की लेटलतीफी के चलते बीटेक के हजारों छात्र मुसीबत में फंस गए हैं। यूनिवर्सिटी ने न सिर्फ रिजल्ट निकालने में लापरवाही दिखाई बल्कि बिना रिजल्ट घोषित किए ही छात्रों को अगली कक्षाओं की परीक्षाओं में बैठने के लिए मजबूर कर दिया(अशोक चौहान,दैनिक भास्कर,शिमला,11.10.11)।

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