एचपी यूनिवर्सिटी से विभिन्न विषयों में पीएचडी करने जा रहे सैकड़ों छात्रों के लिए राहत भरी खबर है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने यूजीसी नियमों को गंभीरता से लागू करते हुए छात्रों को पीएचडी प्रवेश परीक्षा में छूट देने को मंजूरी दे दी है।
इसके तहत जेआरएफ, नेट पास कर चुके छात्र और एमफिल एंट्रेस टेस्ट दे चुके सैकड़ों छात्रों को अब पीएचडी की प्रवेश परीक्षा में नहीं बैठना पड़ेगा। इसके अलावा राष्ट्रीय स्तर पर कोई प्रशंसनीय कार्य करने वाले व आईसीएआर में शामिल छात्रों को भी पीएचडी की प्रवेश परीक्षा नहीं देनी पड़ेगी। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पिछले साल से पीएचडी में प्रवेश के लिए एंट्रेंस टेस्ट अनिवार्य कर दिया था।
इसके चलते पिछले साल पहली बार पीएचडी के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई। इसके बाद से छात्र जेआरएफ, नेट पास करने वाले छात्रों को प्रवेश परीक्षा में छूट देने की मांग कर रहे थे। पीएचडी की प्रवेश परीक्षा इसी महीने होगी। यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि पीएचडी में दाखिले की प्रक्रिया इसी माह शुरू होगी।
एबीवीपी की यूनिवर्सिटी इकाई ने पीएचडी परीक्षा में बदलाव करने और इसकी प्रक्रिया जल्द शुरू करने के लिए मंगलवार को कुलपति को ज्ञापन सौंपा। इकाई अध्यक्ष सनी शुक्ला का कहना है कि जिन छात्रों ने एमफिल प्रवेश परीक्षा दी है और जो जेआरएफ व नेट पास हैं, उन्हें पीएचडी की प्रवेश परीक्षा में छूट मिलनी चाहिए।
90 सीटों के लिए टेस्ट
इस साल सभी विभागों की करीब 90 सीटों के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित की जानी है। ऐसे में सिर्फ वही छात्र प्रवेश परीक्षा में बैठेंगे जिनके पास ये प्रमाण पत्र नहीं होंगे। कुलपति प्रो. एडीएन वाजपेयी का कहना है कि यूजीसी के नियमानुसार प्रवेश परीक्षा में कुछ खास वर्ग के छात्रों को राहत दी गई है(अशोक चौहान,दैनिक भास्कर,शिमला,15.11.11)।
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