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02 नवंबर 2011

यूपीःललितपुर में चल रहे है फर्जी विद्यालय

जहाँ एक ओर प्रदेश सरकार फर्जी विद्यालयों के संचालन पर रोक लगाने को जुटी हुई है, वहीं इस फर्जी विद्यालय के गोरखधधे में लिप्त शिक्षा को व्यापार बनाने वाले लोग प्रशासन की आँखों में धूल झोंककर सरकार को तो नुकसान पहुँचा ही रहे है, छात्रों के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ किया जा रहा है।
तहसील क्षेत्र के कई बड़ी आबादी वाले गाँवों में इस तरह के फर्जी विद्यालय चल रहे है। इन विद्यालयों की कोई मान्यता नहीं है। फिर भी बड़े बड़े बोर्ड लगाकर उन बोर्डो पर मान्यता प्राप्त लिखकर भोलेभाले अभिभावकों को ठगा जा रहा है। इन विद्यालयों के संचालकों ने नया तरीका इजाद कर लिया है। अपने विद्यालय में छात्रों को पढ़ाते है, जबकि उनके नाम किसी दूसरे स्थान के मान्यता प्राप्त विद्यालय में लिखवा दिया जाता है और बाद में दूसरे विद्यालय में ही परीक्षा दिलाकर उसी विद्यालय का अंकपत्र दे दिया जाता है। इसके ऐवज में छात्रों से मनमाफिक फीस वसूल की जाती है। इस तरह के विद्यालय जहाँ संचालित हो रहे है उनमें जखौरा रोड पर बौलारी में दो विद्यालय है। वहीं एक विद्यालय पूराकलाँ में, दो विद्यालय पूराबिरधा में तथा तेरई फाटक के अलावा नगर में भी इस तरह के विद्यालय संचालित किये जा रहे है। बौलारी में तथा नगर में फर्जी जूनियर हाईस्कूल चल रहे है। वहीं पूराकलाँ तथा पूराबिरधा में फर्जी हाईस्कूल संचालित किये जा रहे है। शिक्षा विभाग द्वारा यद्यपि मान्यता प्राप्त विद्यालयों की सूची फर्जी विद्यालयों की सूची अखबारों में प्रकाशित की जा चुकी है। इसके बावजूद भी इन फर्जी विद्यालयों का संचालन नहीं रोका गया। बेसिक शिक्षा तथा माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी इन फर्जी विद्यालयों की जानकारी है, किन्तु इसके बावजूद भी इन विद्यालय के संचालकों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई है(दैनिक जागरणस,तालबेहट,2.11.11)।

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