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06 दिसंबर 2011

राजस्थानःग्रेड सैकंड शिक्षक भर्ती परीक्षा में पहली बार शामिल होंगे 33 हजार 500 अभ्यर्थी

ग्रेड सैकंड शिक्षक भर्ती परीक्षा। शामिल होंगे 33 हजार 500 अभ्यर्थी। इससे पहले इतने विद्यार्थी किसी भी भर्ती परीक्षा में शामिल नहीं हुए हैं। यह जितनी बड़ी परीक्षा है, उतनी ही बड़ी तैयारी की जरूरत।

कुल 5040 घंटे की पढ़ाई के बाद कहीं जाकर ग्रेड सैकंड शिक्षक भर्ती परीक्षा में सफल होने की संभावना बनती है। सीकर में छात्रावास में रहकर दिनरात तैयारी कर रहे रतनगढ़ के छात्र वेदप्रकाश जांगिड़ तो इसे आरएएस से भी बड़ी परीक्षा मानते हैं।

वे हर दिन 10 घंटे तक पढ़ाई के जरिए अंग्रेजी और सामाजिक ज्ञान की तैयारी में जुटे हैं। सुबह चार बजे उठकर तैयारी में लगते हैं। सामाजिक विज्ञान, विज्ञान, हिंदी, गणित तथा अंग्रेजी पदों के लिए यह भर्ती होगी। करीब 12365 पदों के लिए हो रही भर्ती परीक्षा में अकेले सीकर जिले से तीन गुना अभ्यर्थी शामिल होना बेहद मायने रखता है।


आरपीएससी 2008 की परीक्षा पिछले साल हुई थी। जिसमें 13750 अभ्यर्थी शामिल हुए। अब तक की बड़ी परीक्षा मानी गई टेट में भी 33 हजार 400 ही पंजीकृत थे और 95 केंद्रों पर परीक्षा आसानी से हो गई थी। जबकि सात दिसंबर से शुरू होने वाली परीक्षा में 106 केंद्रों पर साढ़े 33 हजार अभ्यर्थी बैठेंगे। 

अब तक आरपीएससी के जरिए दो बार ग्रेड थर्ड की भर्ती हुई है। वर्ष 2005 में 41 हजार पदों के लिए भर्ती की गई थी, जिसके जरिए 36 हजार पद भरे गए थे। इसके बाद वर्ष 2007 में 33 हजार पदों के लिए हुई परीक्षा के जरिए 30 हजार फार्म भरे गए थे। जबकि हम यहां अन्य प्रतियोगी परीक्षाएं जिनमें आरपीईटी, सीए, बैंक जैसी परीक्षाओं के आंकड़े तो यह आंकड़ा छह हजार पर पहुंचता है। 

-एक्सपर्ट द्वारा तैयार सामान्य ज्ञान का मॉडल पेपर

हजारों घंटों की कड़ी मेहनत के बाद होता है सलेक्शन

ग्रेड सैकंड शिक्षक बनने का सपना पूरा करना इतना आसान नहीं है। इसके लिए जरूरी है करीब 5040 घंटों की तैयारी।

पीटीईटी : 1200 घंटे 

करीब चार महीने की लगातार तैयारी, जिसमें शामिल होते हैं दिन के दस घंटे।

बीएड : 1540 घंटे
एक साल की बीएड पीरियड। 180 दिन के पीरियड, जिनमें होती है आठ घंटे की पढ़ाई। इसके बाद घर पर दो महीने की तैयारी, जिसमें होती है करीब दस घंटे की ताबड़तोड़ तैयारी।

ग्रेड सैकंड शिक्षक भर्ती परीक्षा : 1800 घंटे

कोचिंग में करीब छह महीने की तैयारी। जिसमें करीब दस घंटे तक कोचिंग और घर की तैयारी के शामिल होते हैं।

(कोचिंग एक्सपर्ट्स और बीएड कॉलेज प्राचार्यो से बातचीत के आधार पर)

15 हजार विद्यार्थी, 20 कोचिंग, नौ करोड़ रुपए

सीकर शहर में इन दिनों 15 हजार विद्यार्थी कोचिंग संस्थानों के जरिए तैयारी कर रहे हैं। 20 छोटे-बड़े कोचिंग संस्थान है। तीन महीने की कोचिंग का कुल कारोबार करीब नौ करोड़ तक पहुंच जाता है। चूंकी कोचिंग संस्थान पांच से आठ हजार रुपए प्रति विद्यार्थी वसूलते हैं।
ग्रेड सैकंड अब तक की बड़ी परीक्षा क्यों?

आरटेट : अभ्यर्थी-33 हजार 400 केंद्र : 95

आरपीईटी : अभ्यर्थी : 5000

सीए : अभ्यर्थी : 1000 केंद्र : 01

बैंक : 700
आईआईटी की तैयारी : 6,000

ग्रेड सैकंड शिक्षक : अभ्यर्थी-33,500 केंद्र : 106

"शिक्षक बनना अब आसान नहीं रहा है। पांच हजार घंटे से अधिक की पढ़ाई किसी भी परीक्षा में नहीं होती है। बात आरएसएस एग्जाम की हो या फिर बैंक भर्ती की। शिक्षक बनने के लिए कई स्टेज पार करने पड़ते हैं जो अन्य किसी परीक्षा में नहीं है। जाहिर है, इसमें भी प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है। सबकुछ पहले की तरह आसान नहीं है।"

ओपी बंसिया, रिटायर्ड प्राचार्य
(दैनिक भास्कर,सीकर,6.12.11)

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