बालों को बिना नुकसान पहुंचाए खास और आकर्षक लुक देना हेयर स्टाइलिंग कहलाता है। हेयर स्टाइलिस्ट अपनी कल्पनाशीलता औैर तकनीक के आधार पर यह बताता है कि किस अवसर पर कौन-सी हेयर स्टाइल किसी के लुक में चार चांद लगा सकता है।
पाठ्यक्रम: हेयर स्टाइलिस्ट बनने के लिए विभिन्न संस्थानों द्वारा कोर्स कराए जा रहे हैं। इनमें एक सप्ताह के शॉर्ट टर्म कोर्स फॉर लांग हेयर से लेकर 24 सप्ताह के मास्टर इन हेयर स्टाइलिंग तक शामिल हैं।
योग्यता : अगर कोई हेयर स्टाइलिस्ट बनना चाहता है, तो उसके पास कोई खास शैक्षणिक योग्यता जरूरी नहीं हैं। लेकिन कॉलेज तक की पढ़ाई की हो और साथ ही अंग्रेजी अच्छी हो, तो इस क्षेत्र में तेजी से तरक्की की जा सकती है। हालांकि कई ऐसे भी इंस्टीट्यूट हैं, जो हेयर स्टाइल का कोर्स दसवीं पास छात्रों को ही कराते हैं। वैसे अगर इस फील्ड में ऊंचाइयां छूनी हैं, तो अच्छी पर्सनैलिटी, गुड कम्युनिकेशन स्किल, क्रिएटिव थिंकिंग और फैशन में दिलचस्पी बेहद जरूरी है।
संभावनाएं : इस क्षेत्र में संभावनाओं की कोई कमी नहीं है। एक हेयर स्टाइलिस्ट किसी सैलून में बतौर हेयर स्टाइलिस्ट काम कर सकता है। वह अपना सैलून भी खोल सकता है। आजकल फिल्मों और सीरियलों में आर्टिस्टों की हेयर स्टाइलिंग के लिए कांट्रैक्ट बेसिक पर भी हेयर स्टाइलिस्ट रखे जाते हैं।
कमाई : हेयर स्टाइलिस्ट का कोर्स करने के बाद छात्र असिस्टेंट हेयर स्टाइलिस्ट के रूप में काम कर दस से पंद्रह हजार रुपए प्रतिमाह असानी से कमा सकते हैं। अनुभव बढ़ने पर कमाई भी बढ़ती जाती है।
संस्थान
- हबीब हेयर एकेडमी, नई दिल्ली
- एल्स ब्यूटी एकेडमी, नई दिल्ली
- बिग बॉस ब्यूटी पार्लर, मुंबई
- ऐल पैशन सैलून, स्पा एड एकेडमी, फरीदाबाद (हरियाणा)(दैनिक भास्कर,1.12.11)
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