मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

13 दिसंबर 2011

फार्मास्यूटिकल है पैसे वाला टिकाऊ करिअर

एक करिअर के रूप में फॉर्मेसी की देश में लगातार मांग व महत्व बरकरार है। हिन्दुस्तान अरबों लोगों का देश है। जहां लोग अपनी तमाम छोटी-बड़ी बीमारियों के लिए दवाओं पर निर्भर हैं। तमाम बीमारियां शुरूआती तौर पर दबाने के लिए या उनसे मुक्ति पाने के लिए एन्टीबायोटिक्स के इस्तेमाल पर निर्भर करती हैं या कहें कि इन पर एन्टीबायोटिक्स के जरिये नियंत्रण पाया जाता है। फार्मा क्षेत्र का सबसे बड़ा उत्पादन एंटीबायोटिक्स व दूसरी जीवन रक्षक दवाएं हैं इसलिए फार्मेसी वह क्षेत्र है जिसका महत्व कभी कम नहीं होगा।

फार्मासिस्ट दवाओं के रासायनिक तत्वों का अध्ययन करता है। इनके मूल के बारे में जानकारी हासिल करता है, इसके विकास के विभिन्न चरणों को समझता है। इसके बनने की प्रक्रिया का ज्ञान हासिल करता है और इससे पैदा होने वाले दुष्प्रभावों की जानकारी रखता है। कुल मिलाकर फार्मेसिस्ट भले ही डाक्टर न होता हो लेकिन वह दवाओं की तमाम प्रभावकारी प्रक्रियाओं की जानकारी रखता है। फार्मासिस्ट को दवाओं के जटिल रासायनिक समीकरण की जानकारी होती है तथा फार्मासिस्ट ड्रग थेरेपी के उपयोग और खतरों का भी जानकार होता है। कुल मिलाकर फार्मासिस्ट विशिष्टï जानकारियां रखता है। उसे ये विशिष्टï जानकारियां रखने के लिए विशेषज्ञता हासिल करनी पड़ती है और दवाओं के उपचार को लेकर तार्किक नजरिया अपनाना पड़ता है।

एक फार्मासिस्ट मैनेजर को शानदार कम्यूनिकेशन की कला भी आनी जरूरी है वरना वह दवाओं की जरूरत को बता ही नहीं पाएगा। कहने का मतलब ये कि एक फार्मासिस्ट मैनेजर को दवाओं की जानकारी होने के साथ-साथ उसकी थोक और खुदरा बिक्री की जानकारी भी होनी चाहिए। इसके लिए देश के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में डिग्री और पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं।

फार्मेसी के क्षेत्र में करिअर बनाने के लिए उम्मीदवार को डी-फॉर्मा या बी-फार्मा की डिग्री लेने की जरूरत होती है। इसके लिए 10+2 पास होना जरूरी है। 10+2 फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी या फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथेमेटिक्स से पास होना चाहिए। कहने का तात्पर्य यह है कि दोनों समूहों के छात्र डी-फार्मा तथा बी-फार्मा के डिग्री पाठ्यक्रम में प्रवेश पा सकते हैं। डी-फार्मा दो साल का डिप्लोमा कोर्स इन फार्मेसी है, जबकि बी-फार्मा फार्मेसी के क्षेत्र में 4 साल का डिग्री कोर्स है।

बी-फार्मा या डी-फॉर्मा में प्रवेश आमतौर पर प्रवेश परीक्षा में हासिल किये गए अंक और श्रेणी के आधार पर होता है। यह प्रवेश परीक्षा राज्य सरकार अथवा मेडिकल यूनिवर्सिटी आयोजित करते हैं। बी-फार्मा की डिग्री हासिल करने के बाद अगर कोई चाहे तो एम-फार्मा भी कर सकता है। ये डिग्री इस क्षेत्र में विशिष्टïता हासिल करने के लिए की जाती है और इसके बाद कोई करना चाहे तो पीएच डी भी कर सकता है।


बी-फार्मा, डी- फार्मा अथवा इस क्षेत्र में मास्टर तथा पीएच डी हासिल करने के बाद जिन तमाम क्षेत्रों में नौकरी पा सकते हैं वह कुछ इस प्रकार हैं-
-फार्मासिस्ट
-ड्रग थैरेपिस्ट
- हॉस्पिटल ड्रग कंट्रीब्यूटर
- हेल्थ इंस्पेक्टर
-प्रीपेयरिंग प्रेसक्रिप्शन टू पेशेंट
-ड्रग इंस्पेक्टर
- केमिकल/ड्रग टेक्नीशियन
-रिसर्च ऑफिसर
- पैथेलोजिकल लैब असिस्टेंट
-आर एंड डी पर्सनल
- साइंटिस्ट

जहां तक इस क्षेत्र की पढ़ाई का सवाल है तो वह इन संस्थानों से की जा सकती है-
बी-फॉर्मा के लिए
० कालेज ऑफ फार्मेसी महरौली बदरपुर रोड, नयी दिल्ली।
० जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी, डिपार्टमेंट ऑफ फार्मेसी, नयी दिल्ली।
० इंस्टीट्यूट ऑफ फॉर्मास्यू. साइंस, पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़।
० जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी डिपॉट. आफ फार्मेसी हिसार, हरियाणा।
० एमजी कालेज ऑफ फार्मास्यू., साइंस, जयपुर, राजस्थान।
० बिरला इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मेसरा, झारखंड।
० डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्यूटिकल इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी बनारस, उत्तर प्रदेश।
० डिपाट. ऑफ फार्मेसी इलाहाबाद यूनिवर्सिटी इलाहाबाद, यूपी।
० अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी अलीगढ़, उ.प्रदेश।

एम-फॉर्मा के लिए
-कालेज ऑफ फार्मेसी महरौली बदरपुर रोड, नयी दिल्ली।
- इंस्टीच्यूट ऑफ फॉर्मास्यूटिकल साइंस, पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़
- नेशनल इंस्टी. ऑफ फार्मास्यू. एजुकेशन मोहाली, पंजाब।
- डिपाट. ऑफ फार्मेसी इलाहाबाद यूनिवर्सिटी इलाहाबाद, यूपी।
- अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी अलीगढ़, उ.प्रदेश।
- डिपाट. ऑफ फार्मास्यू. साइंस आगरा यूनिवर्सिटी, आगरा।
- डिपार्ट. ऑफ फार्मास्यू. इंस्टी., ऑफ टेक्नोलॉजी, बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी बनारस, उत्तर प्रदेश।

डी-फार्मा के लिए
- भूपाल नोबेल्स कालेज डिपॉट. ऑफ फार्मेसी, उदयपुर(जी एस नंदिनी,दैनिक ट्रिब्यून,7.12.11)।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।