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16 दिसंबर 2011

झारखंडःसचिवालय में काम ठप,मैदान में जुआ

नेपाल हाउस डोरंडा सचिवालय में झारखंड सरकार के करीब डेढ़ दर्जन विभागों के दफ्तर हैं। सूबे के दोनों डिप्टी सीएम हेमंत सोरेन और सुदेश महतो का दफ्तर भी यहीं है। तीन चार मंत्री भी यहीं बैठते हैं। छोटे बड़े करीब तीन हजार कर्मचारी यहां काम करते हैं। इसके बावजूद नेपाल हाउस से महज 50 फीट की दूरी पर खुलेआम हर दिन जुआरियों की महफिल जमती है।


बिना किसी डर भय के नेपाल हाउस में काम करने वाले सरकारी कर्मचारी लंच आवर में ताश के पत्तों में डूब कर जुआ खेलते नजर आते हैं। इनके चेहरे पर न पुलिस का डर दिखता है और न समाज का। स्थानीय लोग भी इसमें शामिल होते हैं। नेपाल हाउस सचिवालय के दफ्तर दोपहर एक बजे से साढ़े तीन बजे तक खाली रहते हैं। लंच के नाम पर कर्मचारी निकलते हैं, तो साढ़े तीन बजे तक गायब रहते हैं। इस दौरान कुछ तो घर चले जाते हैं, जबकि ज्यादातर पास के ही मैदान में ताश व जुआ खेलते हैं।

दोपहर 1.00 से 3.30 बजे तक रहता है जुआरियों का जमावड़ा 
दोपहर एक बजते बजते जुआंरियों की भीड़ नेपाल हाउस के सामनेवाले मैदान में उमड़ने लगती है। देखते ही देखते मैदान जुआंरियों से भर जाता है। नेपाल हाउस में लंच का समय एक बजे से तीन बजे के बीच आधा घंटा के लिए हैं। इस बीच कोई भी कर्मचारी आधे घंटे का इस्तेमाल लंच के लिए कर सकता है। लेकिन अमूमन कर्मचारी दो से ढाई घंटे का पूरा समय लंच आवर में निकाल देते हैं। इतना ही नहीं नेपाल हाउस में कर्मचारी एक बजे से ही लंच के लिए कुर्सियां छोड़ने लगते हैं। साढ़े तीन बजे से पहले गिने चुने कर्मचारी ही वापस अपनी कुर्सियों में बैठे नजर आते हैं।

किसी का डर नहीं
जुआ खेल रहे इन सरकारी कर्मचारियों को किसी का डर नहीं है। क्योंकि प्रशासन की ओर से इसे रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जाता है। 

इन विभागों के दफ्तर हैं यहां
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, जल संसाधन विभाग, कृषि विभाग, पशुपालन एवं मत्स्य विभाग, स्वास्थ एवं चिकित्सा विभाग, गव्य विकास निदेशालय, उद्योग विभाग, साइंस एंड टेक्नोलॉजी, योजना आयोग विभाग, खान एवं भूतत्व विभाग।

होगी कार्रवाई
ड्यूटी के दौरान ऑफिस से गायब रहने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जुआ खेलने की जानकारी नहीं है, लेकिन ऐसा है, तो यह गंभीर अनुशासनहीनता है।
अमरेंद्र प्रताप सिंह, उद्योग सचिव, झारखंड(आदिल हसन,दैनिक भास्कर,रांची,16.12.11)

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