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26 मई 2012

IIT दिल्लीः रिपोर्ट के बाद ही पक्की होंगी आईआईटी में कोटे की सीटें

आईआईटी जेईई में एससी-एसटी, ओबीसी (नॉन क्रीमी लेयर) और ओबीसी (नॉन क्रीमी लेयर अल्पसंख्यक) की सीट जिला अधिकारी से मिली सत्यापित रिपोर्ट के बाद ही पक्की हो सकेगी। आईआईटी ने आरक्षित सीटों पर दावा करने वाले उम्मीदवारों के लिए जरूरी दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा है कि उक्त श्रेणियों के दाखिलों के लिए सीटों का आवंटन प्रोविजनल आधार पर होगा, पर वह तभी पक्का माना जाएगा जब प्रशासन को रिपोर्ट प्राप्त होगी। 

आईआईटी ने साफ किया है कि श्रेणी का वैध प्रमाणपत्र नहीं होने पर दाखिला किसी भी स्तर पर रद्द हो सकता है। ऐसे उम्मीदवारों को किसी भी सूरत में प्रवेश नहीं मिलेगा फिर चाहे उसका नाम कॉमन रैंक लिस्ट में ही क्यों न हो। आईआईटी जेईई 2012 के आर्गनाइजिंग चेयरमैन प्रो जीबी रेड्डी के मुताबिक यदि उम्मीदवार कोई गलत जानकारी देता है या फिर कोई गलत अंडरटेकिंग देता है तो ऐसी स्थिति में वह फिर किसी भी जेईई परीक्षा में शामिल नहीं हो सकता है। 

उधर, आईआईटी दिल्ली ने उम्मीदवारों को सलाह दी है कि वह अपने श्रेणी प्रमाण पत्र जमा कराते समय इस बात को सुनिश्चित कर लें कि उसकी श्रेणी केंद्र की एससी-एसटी, ओबीसी (नॉन क्रीमी लेयर), ओबीसी (नॉन क्रीमी लेयर अल्पसंख्यक) की सूची में शामिल है या नहीं। यदि उम्मीदवार अपनी अंडरटेकिंग या प्रमाणपत्र वापस लेना चाहता है तो वह 10 जून से पहले ले सकता है। इसके लिए उसे लिखित, ई-मेल या फिर फैक्स से जरिए संपर्क करना होगा। 

इस संबंध में तय तिथि के बाद की गई प्रार्थना पर ध्यान नहीं दिया जाएगा। उधर, आईआईटी की ओर से पर्सन विद डिसएबिलिटी (विकलांग) के लिए प्रिपरेटरी कोर्स रिजल्ट को जेईई वेबसाइट पर उपलब्ध करा दिया गया है। सभी 124 उम्मीदवारों को दो जून से पहले मेडिकल एग्जामिनेशन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा। इनके लिए कोर्स चयन पंजीकरण काउंसलिंग 20 जून से दो जुलाई तक आयोजित होगी(दैनिक भास्कर,दिल्ली,26.5.12)।

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