यूनिवर्सिटी के तक्षशिला परिसर के सभी 27 विभागों में अब पढ़ाई साथ-साथ शुरू होगी और परीक्षा भी। लगभग एक साथ ही परीक्षाएं खत्म होंगी और रिजल्ट भी साथ-साथ आएगा। इतना ही नहीं, रिसर्च के लिए समय नहीं निकाल पा रहे प्रोफेसर्स को इसके लिए एक साथ समय मिल पाएगा। यह सब कुछ संभव होगा यूनिवर्सिटी के उस प्लान से, जो सीईटी की काउंसिलिंग के तत्काल बाद लागू हो जाएगा।
प्लान के मुताबिक सभी विभागों को एक ही दिन कक्षाएं शुरू करना होंगी। 90 दिन की पढ़ाई का सिस्टम भी सख्ती से लागू होगा। इसके बाद यूनिवर्सिटी परीक्षाओं के लिए निश्चित समय सीमा तय करेगी। हालांकि विभाग अपने हिसाब से टाइम-टेबल बनाएंगे, लेकिन उसे फाइनल यूनिवर्सिटी करेगी। एकेडमिक कैलेंडर तो यूटीडी में हर साल बनता था लेकिन ज्यादातर विभाग उसे नजरअंदाज कर देते थे।
रिसर्च पर दे पाएंगे ध्यान-
सेमेस्टर ब्रेक होने पर सभी प्रोफेसर्स को एक साथ रिसर्च के लिए भी समय मिल पाएगा। सिलेबस अपडेशन तथा नए सिलेबस के लिए बोर्ड ऑफ स्टडीज की बैठक भी साथ होगी। यूनिवर्सिटी फैकल्टी के सेमिनार, वर्कशॉप आदि के लिए भी समय तय करेगी।
नैक के सामने पेश किया जाएगा- यूनिवर्सिटी नैक के सामने भी इस स्थिति को आदर्श के तौर पर पेश करेगी। नैक की टीम अगले साल निरीक्षण के लिए आने वाली है। ऐसे में यूनिवर्सिटी इस स्थिति को बेहतर मैनेजमेंट लीडरशिप के गुण के तौर पर पेश करेगी।
पहले यह होता था
सीईटी से जुड़े छह विभागों में ही एक साथ पढ़ाई व परीक्षा हो पाती थी।
अन्य विभाग अपने शेड्यूल के अनुसार अलग-अलग समय पर प्रवेश परीक्षाएं लेते थे।
हर विभाग अलग-अलग समय पर मार्कशीट प्रिंटिंग के लिए भेजता था। इसलिए अलग-अलग रंग की मार्कशीट तैयार होती थी।
विभागों में अलग-अलग समय पर प्रैक्टिकल होते थे।
मूल्यांकन का सिस्टम भी हर विभाग का अलग-अलग था।
और अब यह होगा
सभी 27 विभागों में एक साथ पढ़ाई शुरू होगी। परीक्षा भी साथ होगी।
अब सभी विभागों को यूनिवर्सिटी टाइम-टेबल के अनुसार परीक्षा लेना होगी।
लगभग सारे रिजल्ट साथ आएंगे। मार्कशीट प्रिंटिंग के लिए एक साथ जाएगी और सभी मार्कशीट एक रंग व डिजाइन की होगी।
सभी विभागों में प्रैक्टिकल साथ होंगे।
मूल्यांकन व्यवस्था एक जैसी होगी। फैकल्टी इंटरनल मार्क्स देने में गड़बड़ करेंगी तो शिकायत पर सीधी कार्रवाई होगी।
नई व्यवस्था की कर रहे हैं प्लानिंग
इस बार चूंकि यूटीडी के सारे विभागों की प्रवेश परीक्षा साथ हो रही है। इसलिए हम इस बात को प्लान कर रहे हैं कि सारे विभागों में पढ़ाई, परीक्षा और रिजल्ट सब साथ-साथ तैयार हो, ताकि एक रंग व डिजाइन की मार्कशीट भी दे सकें। - डॉ. राजकमल, प्रभारी कुलपति(दैनिक भास्कर,इंदौर,12.6.12)
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