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09 जून 2012

एचपी यूनिवर्सिटी में रिजल्ट लीक पर हंगामा

एचपी यूनिवर्सिटी की ओर से ली गई केमिस्ट्री विषय की प्रवेश परीक्षा का रिजल्ट लीक हो गया है। रिजल्ट लीक होने के बाद एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को यूनिवर्सिटी में जमकर हंगामा किया। विभाग और प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्यकर्ताओं ने पहले डीएस ऑफिस में तोडफ़ोड़ कर डाली। फिर वीसी ऑफिस के गेट को भी नुकसान पहुंचाया। एबीवीपी का आरोप है कि विभाग के कर्मचारियों ने विभागाध्यक्ष और डीएस की अनुमति के बिना ही कुछ छात्रों को रिजल्ट दे दिया। बाद में इस रिजल्ट को वेबसाइट पर भी डाल दिया गया। 

सुबह करीब साढ़े 11 बजे एबीवीपी कार्यकर्ता केमिस्ट्री विभागाध्यक्ष के कार्यालय में घुस गए। कार्यकर्ताओं ने यहां अध्यक्ष प्रो. डीके शर्मा से इस बारे में जवाब मांगा। अध्यक्ष से जवाब मिलने पर सभी कार्यकर्ता डीएस कार्यालय में घुस गए और नारेबाजी करने लगे। यहां डीन ऑफ स्टडीज प्रो. एचएस बन्याल को न पाकर पहले तो छात्रों ने करीब एक घंटे तक इंतजार किया। लेकिन इसके बाद भी जब डीएस कार्यालय नहीं पहुंचे तो गुस्साए कार्यकर्ताओं ने तोडफ़ोड़ शुरू कर दी। कुल 11 कुर्सियों को नुकसान पहुंचाया गया। 

गठित की जांच कमेटी 
कुलपति ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया है। इसमें परीक्षा नियंत्रक डॉ. नरेंद्र अवस्थी, प्रो. जेवी नड्डा और प्रो. एसके शर्मा को एक हफ्ते के भीतर मामले की जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। कुलपति प्रो. एडीएन वाजपेयी का कहना है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह भी पता किया जाएगा कि वेबसाइट तक रिजल्ट पहुंचा कैसे। 

डीएस इस्तीफा दें: एनएसयूआई 
एनएसयूआई प्रदेश कार्यकारिणी के वरिष्ठ कार्यकर्ता संदीप वालिया ने इस मामले में डीएस के इस्तीफे की मांग की है। साथ ही कुलपति से इस पूरे मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

तोडफ़ोड़ की जांच हो 
एसएफआई कैंपस सचिव खुशी वर्मा ने डीएस और वीसी ऑफिस हुई तोडफ़ोड़ और इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उधर, प्रशासन ने भी दोषी कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई के संकेत दे दिए हैं। 

सुरक्षाकर्मियों से भिड़े छात्र 
बाद में सभी छात्र कुलपति कार्यालय के गेट पर जमा हो गए और भीतर घुसने का प्रयास करने लगे। यहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने जब इन्हें रोकने का प्रयास किया तो छात्रों ने बहसबाजी शुरू कर दी। गेट को नुकसान पहुंचाते हुए सभी कार्यकर्ता जबरदस्ती वीसी ऑफिस में घुस गए। यहां पर परिषद अध्यक्ष मनदीप चंदेल ने कुलपति को इस मामले से अवगत करवाया और मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। 
जांच के दौरान यदि रिजल्ट लीक की बात स्पष्ट हो जाती है तो यह परीक्षा रद्द भी की जा सकती है। कुलपति के अनुसार जांच रिपोर्ट के बाद परीक्षा को कैंसिल करने का फैसला लिया जा सकता है। तय कार्यक्रम के अनुसार इसका रिजल्ट 11 जून को घोषित होना था। 

विभागाध्यक्ष को पता नहीं 
केमिस्ट्री विभाग के अध्यक्ष प्रो. डीके शर्मा ने बताया कि किसने रिजल्ट छात्रों को दिया और वेबसाइट पर डाला, इसका जांच के बाद पता चल जाएगा। मुझे पता नहीं था कि रिजल्ट वेबसाइट पर डाल दिया गया है(दैनिक भास्कर,शिमला,9.6.12)।

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